Chaibasa News : झूठे आरोप में जेल भेजा, अब जनता लेगी हिसाब : हेमंत

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोल्हान में तीन चुनावी सभाओं में भाजपा पर बरसे

By Prabhat Khabar News Desk | November 6, 2024 11:26 PM
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प्रतिनिधि, चक्रधरपुर/बोड़ाम/गम्हरिया

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बिना कसूर के मुझे जेल भेजा गया. अब जनता वोट के माध्यम से हिसाब लेगी. कोरोना के कारण मात्र ढाई साल हमारी सरकार को काम करने का मौका मिला. इस ढाई साल में भी भाजपा ने परेशान किया. हमारे खिलाफ साजिश रची गयी. जब नहीं सके, तो झूठा आरोप लगाकर जेल में डाल दिया. भाजपा विधायक और सांसद की चोरी तो करती ही थी, अब मेरे प्रस्तावक को भी चुरा लिया. चोरी की आदत जा नहीं रही है. मुख्यमंत्री ने बुधवार को चक्रधरपुर विधानसभा के बंदगांव में झामुमो प्रत्याशी सुखराम उरांव, पूर्वी सिंहभूम के बोड़ाम प्रखंड के दिघी भुला स्कूल में जुगसलाई से झामुमो प्रत्याशी मंगल कालिंदी और कांड्रा में झामुमो प्रत्याशी गणेश महाली के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित किया.

आदिवासी सीएम को सत्ता से बेदखल करने में लगे हैं पीएम और गृह मंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. झारखंड में चील, कौओं की तरह विपक्ष के नेता मंडरा रहे हैं. जनता को सावधान रहने की जरूरत है. अन्य राज्यों में भी चुनाव है, पर वहां नहीं जा रहे हैं. पूरे देश की विरोधी ताकतें झारखंड में जमा होकर जोर लगा रही है. एक आदिवासी मुख्यमंत्री को देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री सब मिलकर सत्ता से बेदखल करने में लगे हैं. झारखंड में एक तरफ पूंजीपतियों की जमात है, तो दूसरी तरफ गरीब, आदिवासी, दलित व पिछड़ों की जमात है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा जो लक्ष्य था, वह हमने दो साल में हासिल कर लिया है. आदिवासी, मूलवासी, पिछड़ा, दलित आदि की मांगों को पूरा किया है. मौसम की बेरुखी के कारण कभी बारिश होती है, कभी सूखा रह जाता है. किसान परेशान रहते हैं. किसानों के दुख-दर्द को समझा. राज्य अलग होने के बाद पहली बार हमारी सरकार ने किसानों का ऋण माफ करने का काम किया. गरीबों को ध्यान में रखकर हमने बिजली का पूरा बिल माफ कर दिया है. अब 24 घंटे बिजली आयेगी, लेकिन बिल कभी नहीं आयेगा.

महिलाओं को स्वावलंबी बनायेंगे, दिसंबर से हर साल एक-एक लाख देंगे

सीएम ने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि महिलाओं को स्वावलंबी बनायेंगे. पहले क्रम में मंईयां सम्मान योजना के तहत एक-एक हजार रुपये दिया. अब सरकार बनेगी, तो हर परिवार को हर साल एक-एक लाख रुपये देंगे. दिसंबर से 18 से 49 वर्ष की हर महिला को ढाई-ढाई हजार रुपये देंगे. ताकि हर परिवार अपने बच्चे को उच्च शिक्षा दे सकें. और पांच वर्ष और देते हैं, तो आपको इतना सशक्त बना देंगे कि परिवार चलाने में कोई परेशानी नहीं होगी. कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया.

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