सारंडा में आइइडी विस्फोट में सात साल की बच्ची की मौत, महिला घायल
पश्चिमी सिंहभूम के जराइकेला थाना के रादापोरा जंगल की घटना
मनोहरपुर. पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा के रादापोरा जंगल में परिजनों के साथ पत्ता तोड़ने गयी बच्ची (7 वर्ष) की आइइडी विस्फोट में मौत हो गयी, जबकि साथ गयी गांव की एक महिला घायल हो गयी. घटना जराइकेला थाना के तिरिलपोसी और थोलकोबाद सीमा क्षेत्र के पास मंगलवार सुबह 10 बजे हुई. बच्ची की पहचान तिरिलपोसी गांव निवासी सनिका गागराई की पुत्री सनियारो गागराई के रूप में हुई है. विस्फोट में गांव की पालो बोदरा (19 वर्ष) घायल हो गयी. मंगलवार को देर होने की वजह से बच्ची का शव बुधवार को चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल भेजा जायेगा. इससे पूर्व समठा जंगल में भी एक व्यक्ति की लकड़ी चुनने के क्रम में आइइडी ब्लास्ट में मौत हो गयी थी.
जानकारी के अनुसार, रादापोरा जंगल से चार किमी दूर स्थित तिरिलपोसी निवासी सनिका गागराई की पुत्री सनियारो अपने परिजनों के साथ जंगल में पत्ता तोड़ने गयी थी. इसी दौरान नक्सलियों की ओर से सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए जंगल में बिछाये गये आइइडी पर बच्ची का पैर पड़ गया, जिससे विस्फोट हो गया. घटना में बच्ची के दोनों पैर के चिथड़े उड़ गये और मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद पुलिस और सीआरपीएफ की ओर से संयुक्त कार्रवाई की जा रही है. घटना की सूचना के बाद से परिवार और गांव में मातम पसरा हुआ है. सनियारा के साथ विशु बोदरा (18), शीनू गागराई (19) और रंदाई गागराई (18) जंगल गये थे.आइइडी विस्फोट में अब तक दर्जनभर से अधिक ग्रामीण गंवा चुके हैं जान
नक्सलियों द्वारा जंगलों में बिछाये गये आइइडी की चपेट में आने जिले में अब तक चार पुलिस वालों की मौत हो चुकी है, जबकि 29 घायल हो चुके हैं. वहीं, दर्जनभर से अधिक ग्रामीण अपनी जान गंवा चुके हैं और सात घायल हो चुके हैं.एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि सारंडा जंगल में नक्सलियों के कई बड़े नेताओं के होने की सूचना है. पुलिस की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस से बचने के लिए नक्सलियों ने जंगल में कई जगहों पर आइइडी लगा रखा है. सूचना मिलने के बाद से पुलिस कार्रवाई में जुट गयी है.
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