चक्रधरपुर. चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन परिसर के विकास को लेकर शुक्रवार को आसपास की 38 दुकानें हटायी जायेंगी. इस संबंध में गुरुवार की शाम रेलवे ने माइकिंग से उक्त घोषणा की. मालूम हो कि क्षेत्र से दुकानों को हटाने के लिए आरपीएफ व पुलिस बलों को प्रतिनियुक्त किया गया है. इस संबंध में स्टेशन के सामने की 38 दुकानों को हटाने के लिए पहले से ही रेल प्रशासन ने नोटिस जारी किया था. दूसरी ओर, दुकानदारों ने दुकानें तोड़ने के पहले पुनर्वास करने की मांग की है. रेलवे के आदेश से दुकानदारों में हड़कंप मचा हुआ है. ज्ञात हो कि चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित करना है. इसके तहत सड़क और अन्य निर्माण कार्य चक्रधरपुर स्टेशन परिसर में किये जायेंगे. कार, ऑटो, ई-रिक्शा व बाइक के लिए अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था होगी. कर्मचारियों के लिये अलग पार्किंग स्थान व पैदल पथ और 12 मीटर चौड़ा फुटओवर ब्रिज बनेगा.
चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के समीप कई दुकानदार 50 साल से ज्यादा समय से दुकान चला रहे हैं. दुकानें हटने से उनके समक्ष भारी आर्थिक संकट खड़ा हो जायेगा. ऐसे में अगर स्टेशन के सामने से अचानक से दुकानें हटा ली जाएगी, तो रेल यात्रियों को स्टेशन के बाहर किसी चीज के लिए दूर जाना पड़ेगा.डीआरएम ने किया गोइलकेरा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण
गोइलकेरा. चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम तरुण हुरिया ने गुरुवार को गोइलकेरा स्टेशन में ट्रैक और सिग्नल सिस्टम का निरीक्षण किया. करीब तीन घंटे के निरीक्षण के दौरान उन्होंने रेलवे ट्रैक की मशीन द्वारा की जा रही पत्थरों की सफाई और पैकिंग का निरीक्षण किया. अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिये. गुरुवार को डीआरएम तरुण हुरिया, एडीआरएम अजीत कुमार, सीनियर डीइएन सेंट्रल संतोष कुमार, सीनियर डीइएन कोऑर्डिनेशन राम प्रताप मीणा सहित मंडल के अधिकारियों के साथ विशेष सैलून से गोइलकेरा पहुंचे. यहां उन्होंने रेलवे ट्रैक, सिग्नल सिस्टम, गुमटी, क्रॉसिंग आदि का निरीक्षण किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है