Chaibasa News : ग्रामीणों ने पीएलएफआइ के मोटा व गोमिया को मार डाला
-गुदड़ी. अब तक नहीं मिला शव, पुलिस पता लगाने में जुटी, हत्या का आरोपी थे मोटा टाइगर व गोमिया
-गुदड़ी. अब तक नहीं मिला शव, पुलिस पता लगाने में जुटी, हत्या का आरोपी थे मोटा टाइगर व गोमिया
चक्रधरपुर. पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी-गोइलकेरा इलाके में दो दिन पूर्व ग्रामीणों की भीड़ ने मोटा टाइगर व गोमिया की हत्या कर दी है. मोटा टाइगर पीएलएफआइ का ग्रुप लीडर था. जबकि गोमिया इसका करीबी माना जाता है. बताया जाता है कि दोनों की हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया है. इधर, चाईबासा एसपी आशुतोष शेखर ने एक के मारे जाने की बात कही है. हालांकि. एसपी ने कहा कि शव बरामद नहीं किया गया है. इधर, सूत्रों के मुताबिक एक नहीं दो की हत्या हुई है. इस घटना को लेकर कोई मामला भी दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस घटना को लेकर अनुसंधान में जुटी है. मामले को लेकर गोइलकेरा पुलिस सेरेंगदा में कैम्प कर रही है. मालूम हो कि पिछले दिनों गुदड़ी थाना क्षेत्र के दो ग्रामीणों की हत्या मामले में पीएलएफआइ एरिया कमांडर मोटा टाइगर व गोमिया समेत चार-पांच अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.गुदड़ी पीढ़ के 56 मौजा के ग्रामीणों ने नक्सलियों के खात्मे को लेकर की थी बैठक
मालूम हो कि दोनों ग्रामीण की हत्या के बाद से गुदड़ी पीढ़ के 56 मौजा के ग्रामीण एकजुट होकर ग्रामसभा कर नक्सलियों के आतंक को खत्म करने का निर्णय लिया है. क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक घटना से तंग आकर ही ग्रामीणों ने पीएलएफआइ कमांडर मोटा टाइगर व गोमिया को जंगल से ढूंढ़कर हत्या कर दी है. पीएलएफआइ कमांडर मोटा टाइगर व गोमिया दोनों पर पिछले दिनों गुदड़ी थाना के गिरु में दो युवकों की हत्या के आरोपी थे. इसके अलावा गोइलकेरा थानाक्षेत्र के भरडीहा हाट में पिछले दिनों हुई एक युवक की हत्या के मामले में दोनों के नाम की चर्चा थी. बताया जाता है कि ग्रामीणों द्वारा मामला दर्ज किये जाने के बाद भी पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं होने से लोगों में आक्रोश है.
उग्रवादियों के खिलाफ एकजुट हुए ग्रामीण
सूत्रों के मुताबिक, पीएलएफआइ के उग्रवादी क्षेत्र में आतंक फैला कर रखे हैं. उग्रवादी व उनके समर्थक वाहन चालकों के अलावा ग्रामीणों को डरा-धमका कर लेवी देने के लिए मजबूर कर रहे हैं. इससे तंग आकर करीब 100 से भी अधिक गांव के ग्रामीणों ने क्षेत्र से अपराधियों व उग्रवादियों के खात्मे के लिए एकजुट हो गये हैं. उग्रवादियों को क्षेत्र से भगाने का निर्णय किया है. ग्रामीण पारंपरिक हथियारों से लैस होकर पहाड़ी क्षेत्र में घूम-घूमकर उग्रवादियों और अपराधियों की तलाश में जुटे हैं. क्षेत्र में मोबाइल के उपयोग करने तक मनाही है. क्षेत्र में एक तरह से अघोषित कर्फ्य लगा है. इसे लेकर कई थानों की पुलिस कैंप कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है