चाईबासा. कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) में वोकेशनल कोर्स के लगभग 110 शिक्षकों को दो माह से वेतन नहीं मिला है. वे दो माह से अधिक समय से काम कर रहे हैं. इसमें बीएड, एमएड , एमसीए, बीसीए, बीबीए, एमबीए, बीएससी आईटी आदि विभागों के शिक्षक शामिल हैं. एआइसीटीइ के नॉर्म के आधार पर शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता की जांच की जानी है. इसे लेकर शिक्षकों का नवीकरण का कार्य अटक कर रह गया है.
विश्वविद्यालय ने सभी शिक्षकों की योग्यता एआइसीटी के नॉर्म के आधार पर सही है या नहीं?, इसकी जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. सभी संबंधित वोकेशनल कॉलेजों के शिक्षकों के कागजात कॉलेज के प्राचार्य से वेरीफाइड कराकर विश्वविद्यालय को पूर्व में उपलब्ध करा दिया गया है. अब 5 सदस्यीय कमेटी इन कागजात की जांच कर रही है. विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, जांच प्रक्रिया पूरी होने में लगभग और 15 दिन लग सकता है. इसके बाद जांच की रिपोर्ट को सिंडिकेट में रखा जायेगा. वहां से हरी झंडी मिलने के बाद इन शिक्षकों के नवीकरण का प्रक्रिया शुरू होगी. इस मामले में हालांकि कोई शिक्षक कुछ बोलना नहीं चाहता है. वोकेशनल कोर्स के शिक्षकों की ज्वाइनिंग यूजीसी की गाइडलाइन पर हुई थी.पांच सदस्यीय कमेटी :
अध्यक्ष साइंस के डीन डॉ कृष्णा प्यारे को बनाया गया है. वहीं सदस्य के रूप में मानविकी के डीन डॉ तपन खानरा, कॉमर्स के डीन डॉ मंगला श्रीवास्तव, सीवीसी डॉ संजीव आनंद व डिप्टी रजिस्ट्रार एमके मिश्रा हैं.9 कॉलेजों में होती है वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई
कोऑपरेटिव कॉलेज, बहरागोड़ा कॉलेज, ग्रेजुएट कॉलेज, वर्कर्स कॉलेज, जेएलएन कॉलेज, टाटा कॉलेज, महिला कॉलेज , घाटशिला कॉलेज व केएस कॉलेज सरायकेला में वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होती है. इनमें कोऑपरेटिव, ग्रेजुएट, महिला कॉलेज व बहरागोड़ा में बीएड की पढ़ाई होती है.कोट
वोकेशनल कोर्स के शिक्षकों के रिन्यूवल के लिए कागजात की जांच के लिए कमेटी बना दी गयी है. इसकी प्रक्रिया को जल्द पूरा कराने की कोशिश की जा रही है. – डॉ पी सियाल, कुलसचिव , कोल्हान विश्वविद्यालय.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है