Chaibasa news: चाईबासा के पांड्राशाली ओपी क्षेत्र के उनचुड़ी गांव में पिछले दिनों नाबालिग की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से जिलेभर की महिलाओं में आक्रोश है. वहीं, मंगलवार को सदर प्रखंड के टोंटो गांव में आजीविका महिला ग्राम संगठन की महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री के खिलाफ जुलूस निकाला. और शराब विक्रेताओं के घर जाकर चेतावनी दी. वहीं शराब नहीं बेचने को लेकर कागज पर हस्ताक्षर भी कराया. महिलाओं ने स्कूल साई सहित बासा टोंटो और चांदवारी टोला में शराब भट्ठियों को बंद कराया. जुलूस में महिला ग्राम संगठन के 24 समूह की महिलाएं शामिल रहीं. महिलाओं ने कहा कि अब जिला प्रशासन से सहयोग लिया जायेगा.
इधर, महिला संगठन की अध्यक्ष राजश्री बानरा ने कहा कि गांव में शराब की बिक्री से बच्चे स्कूल जाना छोड़ शराब के आदी हो रहे हैं. सचिव बबली टोप्पो ने बताया कि गांव में शराब बिक्री से बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, वहीं पुरुष वर्ग दिनभर शराब के नशे में पड़ा रहता है. काम-धंधा चौपट हो गया है.
महिलाओं ने कहा कि गांव में शराब बिक्री से युवा व बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. घरों में अक्सर झगड़े व मारपीट हो रहे हैं. महिलाएं और बच्चे घरेलू हिंसा के शिकार हो रहे हैं. इससे पूर्व ग्रामीण मुंडा ने चेतावनी दी थी. इसके बाद भी कई घरों में शराब की बिक्री की जा रही है. गांव में जुआ का अड्डा बन गया है.
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शराब की वजह से घरों में विवाद होते रहते हैं. पुरुष वर्ग शराब सेवन के बाद कोई काम धंधा नहीं करते हैं. घरों की सुख-शांति छीन गयी है. महिलाएं दिन भर काम करती हैं. महिलाओं की गाढ़ी कमाई को पुरुष वर्ग शराब, गांजा व जुआ में उड़ा देते हैं. घरों में विवाद होता रहता है. गांव में शराब, गांजा व जुआ का खेल जोरों से चल रहा है. गांव के युवा व बच्चे नशे की चपेट में आ रहे हैं. महिलाओं व लड़कियों के साथ आये दिन छेड़खानी व बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं. हमें अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं उठानी होगी. महिलाओं पर हो रही घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, बलात्कार, मारपीट आदि के लिए सबसे बड़ा जिम्मेदार शराब है.