चक्रधरपुर. चाईबासा निवासी आशियाना अपने तीन बच्चों के साथ एक साल से मायके में रह रही है. वह ससुराल वाले की प्रताड़ना से परेशान थी. उसका मायका गरीब होने के कारण कुछ नहीं कर पा रहे थे. इस मामले की जानकारी मानवाधिकार कार्यकर्ता बैरम खान को दी गयी. बैरम खान ने इस मामले को राष्ट्रीय महिला आयोग के समक्ष रखा. आयोग ने पश्चिमी सिंहभूम के एसपी को इस मामले में कार्रवाई कर 15 दिनों के अंदर आयोग को रिपोर्ट सौंपने को कहा है. मालूम रहे कि आशियाना खातून का इस्लामिक रीति रिवाज से पूर्वी सिंहभूम के जुगसलाई निवासी मो शाहरुख से वर्ष 2014 में विवाह हुआ था. विवाह के दौरान ससुराल द्वारा मांगे गए 70 हजार रुपये और सामान दिया गया था. विवाह का एक साल बेहतर रहा. वर्ष 2015 से पति मो शाहरुख, सास संजीदा खातून, ननद रानी परवीन, सनम, देवर जुम्मन, अरबाज द्वारा प्रताड़ना शुरू किया गया. आशियाना खातून को तीन बच्चे हैं. इधर पति मो शाहरुख ने वर्ष 2023 में दूसरी शादी कर ली. पीड़िता को दो दिनों तक घर में बंद रखकर मारपीट की. इसके बाद ससुराल वालों ने निकाल दिया.
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