“जो दुकानदार सिक्का नहीं लेगा, जेल जायेगा”
चतरा : सिक्का नहीं लेना कानूनन जुर्म माना जायेगा.सिक्का लेन-देन नहीं करने वालों पर भारतीय मुद्रा का बहिष्कार करने के आरोप में उनपर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. उक्त बातें बैंक ऑफ इण्डिया चतरा के अग्रणी बैंक प्रबंधक मृणाल कुमार दास ने मीडिया से कही.सिक्का का लेन-देन नहीं करने वाले अब सावधान हो जाइये, क्योंकि ऐसा […]
चतरा : सिक्का नहीं लेना कानूनन जुर्म माना जायेगा.सिक्का लेन-देन नहीं करने वालों पर भारतीय मुद्रा का बहिष्कार करने के आरोप में उनपर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. उक्त बातें बैंक ऑफ इण्डिया चतरा के अग्रणी बैंक प्रबंधक मृणाल कुमार दास ने मीडिया से कही.सिक्का का लेन-देन नहीं करने वाले अब सावधान हो जाइये, क्योंकि ऐसा नहीं करने पर आपको हवालात की हवा खानी पड़ सकती है. सिक्का बंद होने की अफवाह के कारण चतरा जिला के दुकानदार सिक्का लेने में आनाकानी कर रहे हैं. दुकानदारों के द्वारा सिक्का नहीं लेने से आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रत्येक दिन दुकानदार व ग्राहक के बीच सिक्के के लेन-देन को लेकर तू-तू, मैं-मैं और तीखी नोंक-झोंक हो रही है.
सबसे अधिक परेशानी मजदूर वर्ग को है, जिन्हें प्रतिदिन कमाना और सामान खरीदना होता है.इस मामले की जानकारी जब जिला के अग्रणी बैंक प्रबंधक मृणाल कुमार दास से ली गयी तो उन्होंने कहा कि इस अफवाह से बचाव के लिये जिला प्रशासन ने सख्त से सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है.इस संबंध में चतरा एलडीएम एमके दास ने बताया कि सिक्का बंद होने की अफवाह बिल्कुल गलत है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी इस दिशा में कड़े निर्देश जारी किए हैं.
एलडीएम ने कहा कि सिक्का भारतीय मुद्रा है, जो व्यवसायी सिक्का नहीं लेते है, उन पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. ग्राहक इसकी शिकायत क्षेत्र के संबंधित बीडीओ, सीओ, एसडीओ, उपायुक्त या हमारे पास कभी भी कर सकते हैं.उन्होंने यह भी बताया कि आरबीआई के निर्देशानुसार बैंक को एक दिन में एक ग्राहक से मात्र एक सौ रुपये का ही सिक्का जमा लेना है. इसके बावजूद कई बैंक 4 से 5 सौ तक के सिक्के भी स्वीकार कर रहे हैं. दुकानदार या प्रतिष्ठान के द्वारा भारतीय मुद्रा स्वीकार नहीं किया जाता है, वैसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.