तीसरे दिन भी नहीं थमा हाथियों का उत्पात
टंडवा: प्रखंड में हाथियों का उत्पात पिछले तीन दिनों से जारी है. अभी तक हाथियों का झुंड आधा दर्जन से अधिक घरों को ध्वस्त कर चुका है. साथ ही कई एकड़ में लगी फसलों को रौंद कर बर्बाद कर चुका है. तीन मवेशियों को भी हाथियों ने मार डाला है. हाथियों के झुंड ने शुक्रवार […]
टंडवा: प्रखंड में हाथियों का उत्पात पिछले तीन दिनों से जारी है. अभी तक हाथियों का झुंड आधा दर्जन से अधिक घरों को ध्वस्त कर चुका है. साथ ही कई एकड़ में लगी फसलों को रौंद कर बर्बाद कर चुका है. तीन मवेशियों को भी हाथियों ने मार डाला है.
हाथियों के झुंड ने शुक्रवार की रात सराढू पंचायत के देवलगड्डा गांव में उत्पात मचाया. हाथियों ने देवलगड्डा गांव में कई एकड़ में लगी फसल को बर्बाद कर दिया. जिनकी फसलों को हाथियों ने बर्बाद किया उनमें बालेश्वर उरांव, एतवा मुंडा,जागेसबर उराव, पुरन मुंडा, सोमर मुंडा, कैलाश मुंडा, लखन उरांव, धनी उरांव व संजय मुंडा के नाम शामिल हैं. प्रमुख सीताराम साहू व मुखिया सीता देवी ने भुक्त भोगियों को मुआवजा देने की मांग की है. वन विभाग की टीम हाथियों को भगाने के प्रयास में लगी है. फिलहाल हाथियों का झुंड सराढू के सिदालु टोला के समीप जमा है.
प्रकृति से छेड़छाड़ से हाथी भटकते हैं रास्ता : रेंजर, रेंजर छोटेलाल साह ने कहा कि वनों से छेड़छाड़ के कारण हाथी रास्ता भटक जाते हैं. उन्होंने लोगों से जंगल की कटाई पर रोक लगाने की आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि पेड़-पौधा कम होने के कारण हाथी झुंड में घूमते है. यही वजह है कि लोगों को नुकसान हो रहा है. उन्होंने लोगों से अकेले घर से बाहर नहीं निकलने व हाथियों को नहीं भड़काने की अपील की है.उन्होंने बताया कि झुंड में 18 हाथी हैं, जिसमें पांच बच्चे है. बच्चों के कारण हाथी धीरे-धीरे चल रहे है. उन्हें क्षेत्र से निकालने का प्रयास किया जा रहा है.