चालान नंबरों की जांच में हुआ खुलासा, टंडवा में मोपेड, बाइक से ढोया गया कोयला

टंडवा (चतरा) : चारा घोटाले की तरह चतरा जिले के टंडवा में ट्रांसपोर्टरों ने कोयले की ढुलाई मोपेड, बाइक, टेंपो और बसों से की. कोयला ढुलाई चालान के नंबरों की जांच में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ. खनन विभाग ने जांच में पाया कि 01अप्रैल से 18 अगस्त के बीच नन कॉमर्शियल वाहनों (मोपेड, टेंपो, बाइक, बस) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2018 8:49 AM
टंडवा (चतरा) : चारा घोटाले की तरह चतरा जिले के टंडवा में ट्रांसपोर्टरों ने कोयले की ढुलाई मोपेड, बाइक, टेंपो और बसों से की. कोयला ढुलाई चालान के नंबरों की जांच में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ. खनन विभाग ने जांच में पाया कि 01अप्रैल से 18 अगस्त के बीच नन कॉमर्शियल वाहनों (मोपेड, टेंपो, बाइक, बस) से 510 ट्रिप कोयले (दस हजार टन) की ढुलाई की गयी. जिला खनन पदाधिकारी अजीत कुमार ने टंडवा थाना में कोयला सप्लायर व ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
आवेदन में कहा गया है कि 01अप्रैल से 18 अगस्त तक ललितपुर पावर जेनरेशन, जेवीके पावर गोविंद लाल साहिब लिमिटेड द्वारा नन कॉमर्शियल वाहनों से कोयले की ढुलाई की गयी है.
आवेदन में स्पष्ट लिखा गया है कि मगध आम्रपाली कोल परियोजना से डिलिवरी ऑर्डर होल्डर को कोयला आपूर्ति हेतु बिक्री आदेश निर्गत किया जाता है. डिलिवरी ऑर्डर होल्डर, ट्रांसपोर्टर, लिफ्टर द्वारा कोयला ढुलाई में जिन गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया, उसका नंबर बस, मोटरसाइकिल, टेंपो व मोपेड का है, जो अवैध है. खनन पदाधिकारी ने इस मामले में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
खनन विभाग ने की जांच
किन वाहनों से कितनी बार की गयी ढुलाई
मगध आम्रपाली कोल परियोजना से कुल 510 ट्रिप कोयले की ढुलाई की गयी. इसमें 398 बार बाइक, 43 बार बस, 12 बार टेंपो व एक बार मोपेड के नंबरों का इस्तेमाल किया गया.
मामला संदिग्ध, दोषियों पर होगी कार्रवाई : एसडीपीओ
एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम ने कहा कि मामला काफी संदिग्ध है. इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता. उन्होंने बताया कि मामले की जांच गहनता से की जायेगी. अनुसंधान के बाद दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी.

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