रांची : उग्रवादी संगठनों को आर्थिक मदद करने के मामले की जांच कर रही नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने चतरा के सिमरिया से कोयला ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है. उसे रांची लाकर पूछताछ की जा रही है. सूत्रों के अनुसार यह पूर्व में कोयला कारोबारी सोनू अग्रवाल सहित अन्य के लिए ट्रांसपोर्टिंग का काम करता था.
मगध और आम्रपाली कोल परियोजना से कोयला लेकर वह टोरी रेलवे साइडिंग तक जाता था. छोटू ने मां वैष्णो इंटर प्राइजेज के नाम से कंपनी बनायी हुई है. इसी के तहत वह ट्रांसपोर्टिंग का काम करता है.
सूत्र बताते हैं कि सोनू अग्रवाल के साथ काम करने के दौरान पैसे के लेन-देन को लेकर हुए विवाद के बाद काम छोड़ दिया था. वर्तमान में यह किसी दूसरे कारोबारी के लिए काम करता है. जांच एजेंसी के मुताबिक टीपीसी का हार्डकोर उग्रवादी आक्रमण ने मगध और आम्रपाली से काेयला ट्रांसपोर्टिंग का काम उच्च दर पर छोटू को दिलाया था. इसके एवज में छोटू टीपीसी संगठन को आर्थिक मदद करता था.
दो को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है एनआइए : पूर्व में एनआइए सोनू अग्रवाल के रांची और दुर्गापुर स्थित ठिकाने पर छापामारी कर चुकी है. इस मामले में उग्रवादियों के साथ लाइजनर का काम करने वाला सीसीएल कर्मी सुभान मियां के अलावा लेवी वसूली का मास्टरमाइंड बिन्देश्वर गंझू उर्फ बिंदु को एनआइए पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बताया जा
रहा है कि ट्रांसपोर्टिंग के दौरान उग्रवादियों को मिलने वाली लेवी के संबंध में छोटू से जांच एजेंसी को अहम राज हाथ लगने की उम्मीद है. मंगलवार को उसे एनआइए कोर्ट में पेश किया जायेगा.