चतरा लोकसभा क्षेत्र : लोगों को आज तक नहीं मिला स्थानीय सांसद

दीनबंधु चतरा : कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन ने एक प्रतिभागी से सवाल पूछा था की देश का कौन-सा लोकसभा क्षेत्र है, जहां आज तक स्थानीय व्यक्ति सांसद नहीं बना है. इसका सही जवाब चतरा था. जबसे चतरा लोकसभा अस्तित्व में आया है, एक बार भी स्थानीय व्यक्ति सांसद नहीं चुना गया. जितने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2019 8:17 AM
दीनबंधु
चतरा : कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन ने एक प्रतिभागी से सवाल पूछा था की देश का कौन-सा लोकसभा क्षेत्र है, जहां आज तक स्थानीय व्यक्ति सांसद नहीं बना है. इसका सही जवाब चतरा था.
जबसे चतरा लोकसभा अस्तित्व में आया है, एक बार भी स्थानीय व्यक्ति सांसद नहीं चुना गया. जितने भी प्रतिनिधि चुने गये हैं, सभी मूल रूप से क्षेत्र से बाहर के रहनेवाले हैं. 1957 से लेकर 1971 तक रामगढ़ राजा घराने की महारानी विजया राजे तीन बार लगातार चुनी गयी. इसके अलावा 1971 में बिहार के औरंगाबाद के साहित्यकार डॉ शंकरदयाल सिंह चतरा के सांसद रहे. सुखदेव प्रसाद वर्मा 1977 में चुने गये.
वे बिहार के जहानाबाद के रहनेवाले थे. 1980 में रंजीत सिंह, 1984 में युगेश्वर प्रसाद युगेश, 1989 व 1991 में गया जिला के उपेंद्रनाथ वर्मा दो बार चुने गये. गया जिले के उद्योगपति धीरेंद्र अग्रवाल 1996 व 1998 में दो बार सांसद बने. इसके अलावा 1999 में नागमणि सांसद बने, जो जहानाबाद के थे. 2009 में झारखंड का पहला विधानसभा अध्यक्ष व डालटेनगंज निवासी इंदर सिंह नामधारी व 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार के बक्सर जिले के सुनील कुमार सिंह सांसद चुने गये. सभी के सभी बाहरी व्यक्ति ही चुनाव जीतते आ रहे हैं.
क्षेत्र से कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशी तीन-तीन बार जीते, जबकि जनता दल, राजद व निर्दलीय प्रत्याशी दो-दो बार चुने गये. सीएनएसपीजेपी, एसडब्लूए, बीएलडी का प्रत्याशी एक-एक बार चुने गये. इसमें एक भी स्थानीय व्यक्ति को सांसद नहीं चुना गया.
जदयू प्रत्याशी को नहीं मिला था भाजपा कार्यकर्ताओं का पूरा साथ : 2009 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी चुनाव लडे थे. निर्दलीय होने के बाद भी जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के धीरज साहू को हराया.
भाजपा व जदयू के गठबंधन के बाद भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने जदयू के प्रत्याशी अरुण कुमार यादव को वोट नहीं कर श्री नामधारी को विपक्ष में समर्थन दिया. नामधारी को एक लाख 21 हजार 464 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के धीरज प्रसाद साहू को एक लाख दो हजार 609 वोट मिले. इस तरह एक निर्दलीय प्रत्याशी ने एक राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार को 18 हजार 855 वोट से पराजित किया.
2014 लोस चुनाव का नतीजा : 16वें लोकसभा चुनाव में चतरा लोकसभा क्षेत्र में कुल सात लाख 13 हजार 217 लोगो ने अपना मताधिकार का प्रयोग किया. जिसमें महिला तीन लाख 29 हजार 994 व पुरुष मतदाता तीन लाख 83 हजार 223 ने वोट डाले थे.
इस चुनाव में 54.37 प्रतिशत लोगो ने मताधिकार का प्रयोग किया. इस चुनाव में सबसे अधिक सुनील कुमार सिंह दो लाख 95 हजार 862 वोट प्राप्त कर विजयी रहे. दूसरे स्थान पर रहे धीरज प्रसाद साहू को एक लाख 17 हजार 836 मत प्राप्त हुए. इस तरह सुनील कुमार सिंह एक लाख 78 हजार 26 मतो से विजयी हुए. अब तक सबसे अधिक वोट से जीत दर्ज करने वाले प्रत्याशी बने.
वर्ष जीते हारे
1957 विजया राजे ( सीएसपीजेपी) चपलेंदु भट्टाचार्य (कांग्रेस)
1962 विजया राजे (स्वतंत्र पार्टी) त्रिभुवननाथ (कांग्रेस)
1967 विजया राजे (निर्दलीय) एसपी भदानी (कांग्रेस)
1971 शंकर दयाल सिंह (कांग्रेस) विजया राजे (जेएपी)
1977 सुखदेव प्रसाद वर्मा (जनता पार्टी) शंकर दयाल सिंह (कांग्रेस)
1980 रंजीत सिंह (कांग्रेस) सुखदेव प्रसाद वर्मा (जनतादल)
1984 युगेश्वर प्रसाद युगेश (कांग्रेस) सुखदेव प्रसाद वर्मा (जनतादल)
1989 उपेंद्रनाथ वर्मा (जनता दल) युगेश्वर प्रसाद युगेश (कांग्रेस)
1991 उपेंद्रनाथ वर्मा (जनता दल) धीरेंद्र अग्रवाल (भाजपा)
1996 धीरेंद्र अग्रवाल (भाजपा) कृष्णनंदन प्रसाद (जनता दल)
1998 धीरेंद्र अग्रवाल (भाजपा) नागमणी (राजद)
1999 नागमणि (राजद) धीरेंद्र अग्रवाल (भाजपा)
2004 धीरेंद्र अग्रवाल (राजद) इंदर सिंह नामधारी (जदयू)
2009 इंदर सिंह नामधारी (निर्दलीय) धीरज प्रसाद साहू (कांग्रेस)
2014 सुनील कुमार सिंह (भाजपा) धीरज प्रसाद साहू (कांग्रेस)

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