चतरा : टीबी के मरीज बालदेव भारती की रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. घर की आर्थिक स्थिति ऐसी थी कि शव का अंतिम संस्कार करने को भी पैसे नहीं थे. रविवार को पत्नी गुलिया देवी अपने मायके गयी और वहां से पैसा लाकर समाज के लोगों को दिया. देर शाम शव का अंतिम संस्कार किया गया. सोमवार को बीडीओ कृतिबाला लकड़ा मृतक के घर पहुंची और बालदेव की पत्नी व मां बिंदेश्वरी देवी से मिली.
बीडीओ ने 50 किलो चावल, चार पैकेट नमक, तीन लीटर केरोसिन व एक हजार रुपये का आर्थिक सहयोग किया. बीडीओ ने कहा कि मृतक की पत्नी को शीघ्र विधवा पेंशन दी जायेगी. गुलिया देवी ने कहा कि उनके पति एक साल से टीबी की बीमारी से ग्रसित थे. आज तक पहले कोई हालचाल लेने नहीं पहुंचा, अब लोग घड़ियाली आंसू बहाने घर पहुंच रहे हैं.