जिले में भाईचारे व सौहार्द के साथ मनी बकरीद
चतरा :जिले में सोमवार को ईल-उल-अजहा (बकरीद) भाईचारे के साथ मना. मौके पर ईदगाह में सुबह आठ बजे नमाज अदा की गयी. इसके अलावे जामा मस्जिद, मौलाना रहमतुल्लाह मस्जिद, रशिदया (कब्रिस्तान) मस्जिद, मस्जिद-ए-रहमानिया हमीद नगर, रहमतिया मस्जिद, मस्जिद नूर जुलफेकार नगर, मस्जिद-ए-कुबा अंसार नगर, शाही मस्जिद अव्वल मुहल्ला, मस्जिद-ए-आईशा हमीद नगर, मस्जिद-ए-नमराह नुर नगर, खानकाह […]
चतरा :जिले में सोमवार को ईल-उल-अजहा (बकरीद) भाईचारे के साथ मना. मौके पर ईदगाह में सुबह आठ बजे नमाज अदा की गयी. इसके अलावे जामा मस्जिद, मौलाना रहमतुल्लाह मस्जिद, रशिदया (कब्रिस्तान) मस्जिद, मस्जिद-ए-रहमानिया हमीद नगर, रहमतिया मस्जिद, मस्जिद नूर जुलफेकार नगर, मस्जिद-ए-कुबा अंसार नगर, शाही मस्जिद अव्वल मुहल्ला, मस्जिद-ए-आईशा हमीद नगर, मस्जिद-ए-नमराह नुर नगर, खानकाह मस्जिद, मस्जिद अब्दुल शकुर वादी-ए-इरफां, मस्जिद-ए-मामूर चुडीहार मुहल्ला, मस्जिद-ए-इख्लास बिंड मुहल्ला, मस्जिद-ए-नगवां, मस्जिद-ए-बेलाल आजाद नगर, आलमगीरपुर मस्जिद व पुरानी ईदगाह वादी-ए-इरफां में भी नमाज अदा की गयी. इसके बाद देश के अमन-चैन की दुआ मांगी गयी.
नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगा कर बकरीद की मुबारकबाद दी. शहर के काजी सह अरबी कॉलेज के प्राचार्य मुफ्ती नजरे तौहिद ने बताया कि आम तौर पर ईद-उल-फितर व ईद-उल-अहला मुसलमानों के लिए दो बड़ा पर्व है. ईद-उल-फितर का पर्व एक माह लगातार रोजा रखने के उपलक्ष्य में बनाया जाता है. वहीं ईद-उल-अजहा का पर्व जिल्काद के दसवीं तारीख को मनाया जाता है. इधर, बकरीद को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे.