वार्ता के बाद समाप्त हुआ आंदोलन

एनटीपीसी की यूनिट दो में ब्वाॅयलर निर्माण के दौरान लोहे का बिंब गिरने से हुई थी दो मजदूरों की मौत प्लांट में कार्यरत मजदूर मुआवजा की मांग को लेकर पावर प्लांट का कार्य ठप कर शुरू किया था आंदोलन टंडवा : एनटीपीसी पावर प्लांट में कार्य के दौरान हुए हादसे में दो मजदूरों की मौत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2020 12:54 AM

एनटीपीसी की यूनिट दो में ब्वाॅयलर निर्माण के दौरान लोहे का बिंब गिरने से हुई थी दो मजदूरों की मौत

प्लांट में कार्यरत मजदूर मुआवजा की मांग को लेकर पावर प्लांट का कार्य ठप कर शुरू किया था आंदोलन
टंडवा : एनटीपीसी पावर प्लांट में कार्य के दौरान हुए हादसे में दो मजदूरों की मौत के बाद शुरू हुआ मजदूरों का आंदोलन गुरुवार की देर रात वार्ता के बाद समाप्त हो गया. गुरुवार को एनटीपीसी के यूनिट दो में ब्वाॅयलर निर्माण कार्य के दौरान लोहे का बिंब गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गयी थी.
मजदूरों की मौत के बाद प्लांट में कार्यरत मजदूर मुआवजा की मांग को लेकर मजदूरों ने पावर प्लांट का कार्य ठप करा कर प्रवेश द्वार को बंद कर आंदोलन पर बैठ गये थे. मृतक के परिजनों के आने के बाद देर शाम वार्ता शुरू हुई. वार्ता में सिमरिया एसडीओ दीपू कुमार, एसडीपीओ आशुतोष सत्यम, एसडीपीओ सदर वरुण रजक, सीओ अनूप कच्छप व एनटीपीसी की ओर से मुख्य प्रबंधक एचआर कुंदन किशोर ने भाग लिया. वार्ता के दौरान अधिकारियों को कई बार परिजनों के आक्रोश का सामना करना पड़ा.
वार्ता में अर्जुन यादव के परिजनों को साढ़े चौदह लाख व बाबूलाल चौधरी के परिजनों को साढ़े 11 लाख मुआवजा देने की बात कही गयी. तत्काल दोनों मृतकों के परिजनों को 50 हजार नकद व साढ़े पांच लाख का चेक दिया गया. वहीं वर्कमैन कंपनसेशन से अर्जुन यादव को साढ़े आठ लाख व बाबूलाल चौधरी को साढ़े पांच लाख कोर्ट के माध्यम से एक माह के अंदर देने की बात कही गयी.
वार्ता के बाद पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए चतरा ले गयी. पोस्टमार्टम के बाद शव को शुक्रवार को परिजनों को सौंप दिया गया. मौके पर विनोद बिहारी पासवान, विकास भूषण, देवकी रजक, सुभाष दास, गणेश गुप्ता, विक्की मालाकार, राजेंद्र नायक आदि उपस्थित थे.
दूसरे दिन भी बंद रहा परियोजना का काम: एनटीपीसी ने शुक्रवार को भी अपना काम बंद रखा. इससे एनटीपीसी से जुड़े सभी सहायक कंपनियों का कार्य ठप रहा. बताया गया कि सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं की जांच एनटीपीसी अधिकारी करेंगे. जांच के बाद अधिकारी जब सभी पहलू से संतुष्ट होने के बाद ही कार्य शुरू करने का आदेश सहयोगी कंपनियों कोदिया जायेगा.

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