सिमरिया. सिमरिया व लावालौंग प्रखंड के 20 स्वास्थ्य केंद्रों में बिजली की व्यवस्था नहीं हैं. सोलर सिस्टम भी नहीं लगाया गया है, जिसके कारण केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. सबसे अधिक परेशानी प्रसव के दौरान बिजली नहीं रहने से होती हैं. बिजली के अभाव में एएनएम लालटेन, सोलर लाइट या इमरजेंसी लाइट व टॉर्च की रोशनी में प्रसव करना पड़ता है. रात में इमरजेंसी केस आने पर परेशानी और बढ़ जाती है. सड़क दुर्घटना में घायल का भी इलाज टॉर्च की रोशनी से होता हैं. केंद्रों में लगे बल्ब, पंखा आदि उपकरण बेकार पड़े है. उक्त केंद्रों पर दो लाख 12 हजार लोग आश्रित हैं. सिमरिया के सीएचसी, जबड़ा पीएचसी के अलावा उप स्वास्थ्य केंद्र बेलगड्डा, डाड़ी, देल्हो, बगरा, सलगी, नवादा, पचमो, पीरी, शिला, चोपे, जोरी, सोहर व लावालौंग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र लमटा, कोलकोले, टिकदा, मंधनिया व काशी महुआ में बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है.
चिकित्सक प्रभारी ने कहा
चिकित्सा प्रभारी डॉ अशोक करमाली ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों में बिजली बहाल करने के लिए बिजली विभाग के जेई को कई बार पत्र लिखा गया. जिला प्रशासन को भी पत्र भेज कर बिजली बहाल करने की मांग की गयी है.
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