नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में वोट मांगने नहीं पहुंच रहे प्रत्याशी
त्र वोटरों को मलाल चतरा. सिमरिया विधानसभा क्षेत्र के ज्यादातर प्रत्याशी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों प्रचार-प्रसार करने से करता रहे हैं. सिमरिया विधानसभा क्षेत्र के लावालौंग, सिमरिया, पत्थलगड्डा व गिद्धौर प्रखंड के कई बूथ अति संवेदनशील है़ं यही वजह है कि कई गांवों में आज तक प्रत्याशी नहीं पहुंच पाये़ वोटरों को इस बात का मलाल […]
त्र वोटरों को मलाल चतरा. सिमरिया विधानसभा क्षेत्र के ज्यादातर प्रत्याशी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों प्रचार-प्रसार करने से करता रहे हैं. सिमरिया विधानसभा क्षेत्र के लावालौंग, सिमरिया, पत्थलगड्डा व गिद्धौर प्रखंड के कई बूथ अति संवेदनशील है़ं यही वजह है कि कई गांवों में आज तक प्रत्याशी नहीं पहुंच पाये़ वोटरों को इस बात का मलाल है़ वहीं प्रखंड मुख्यालयों में केंद्र व राज्य के बड़े-बड़े नेता आकर चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं़ सभी क्षेत्र को खुशहाल बनाने व विकास की बात कह कर वोटरों से समर्थन मांग रहे हैं़ यहां के मतदाता कई समस्याओं से जूझ रहें हैं़ बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी समस्या से लोग परेशान हैं़ चुनाव के वक्त सभी लोग उक्त समस्या को दूर करने का आश्वासन तो देते हैं, लेकिन चुनाव जीतते ही क्षेत्र व जनता को भूल जाते हैं़ लावालौंग प्रखंड के रिमी, रामपुर, टिकदा, टिकुलिया, नावाडीह, सिलदाग, सौरू, मंधनिया, कोलकोले, बहेराडीह, मडवा, टुनगुन, कटिया, करमा आदि गांवों में आज तक जेवीएम के प्रत्याशी गणेश गंझू को छोड़ कर कोई भी प्रत्याशी वोट मांगने नहीं पहुंचेे हंै़ पत्थलगड्डा के जोरी, मेराल में भी प्रत्याशी वोट मांगने नहीं गये हैं़ चौक-चौराहों पर प्रत्याशियों को हर रोज घूमते देखा जा रहा है़ उक्त क्षेत्रों में वाहन के माध्यम से भी प्रचार नहीं किया जा रहा है.