गिद्धौर के 700 हेक्टेयर खेत में लहलहा रही है फसल
फोटो ़ गिद्धौर 1 में, खेतों में लहलहाता सरसों का फसल़ हेडलाइन….पुलकित कर रही है पीली-पीली सरसों गिद्धौर. प्रखंड में इस वर्ष सरसों की अच्छी खेती के आसार हंै़ प्रखंड के किसानों ने इस वर्ष लगभग 700 हेक्टेयर में सरसों की खेती की है़ पौधों से फूल निकल आये हैं़ मौसम को कोई खासा दुष्प्रभाव […]
फोटो ़ गिद्धौर 1 में, खेतों में लहलहाता सरसों का फसल़ हेडलाइन….पुलकित कर रही है पीली-पीली सरसों गिद्धौर. प्रखंड में इस वर्ष सरसों की अच्छी खेती के आसार हंै़ प्रखंड के किसानों ने इस वर्ष लगभग 700 हेक्टेयर में सरसों की खेती की है़ पौधों से फूल निकल आये हैं़ मौसम को कोई खासा दुष्प्रभाव इस फसल पर नहीं पड़ रहा है़ सरसों के पीले फूल किसानों को उल्लास से भर दे रहा है़ एक समय था जब प्रखंड के लोग सरसों की खेती को उतना अधिक तरजीह नहीं देते थे़ पिछले एक-दो साल से सरसों के तेल की कीमतों मेेंं बढोतरी से किसानों ने सबक किया और इसकी खेती में जुट गये़ प्रखंड के गिद्धौर, पहरा, द्वारी, बारीसाखी, पेक्सा, जमुआ, लोहडी ,तिलैया , झरना, मंझगांवा, सिंदुवारी के अलावा अन्य गांवों में बड़ी मात्रा में सरसों की खेती की गयी है़ कम लागत में अच्छी खेती होने पर किसान पर सरसों की खेती पर विशेष ध्यान दे रहें हैं ़ खेती काफी फायदेमंद हैपेक्सा के अर्जुन मांझी ने बताया कि सरसों की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद है़ सरसों अन्य फसलों के बीच भी उगाया जा सकता है़ मिश्रित फसलों के लिए उपयुक्त फसल है़ ब्रह्मपुर के सुबोध चौबे ने कहा कि किसान कम लागत में सरसों की अच्छी खेती कर लेते हैं. जागरूकता बढ़ी हैप्रखंड कृषि पदाधिकारी नसीमुद्दीन ने बताया कि किसानांे में सरसों की खेती के प्रति जागरूकता बढ़ी है़ इस वर्ष सरसों के अलावा अन्य तिलहनी फसलों के अच्छे पैदावार की उम्मीद है़ किसानों को सरसों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने को लेकर जिला प्रशासन से विशेष सुविधा दिलाने की योजना है़