ओके…मंत्री, अधिकारी आते रहें, बिजली व्यवस्था बुलंद रहे
चतरा. काश, हर रोज चतरा मंे बड़े नेता, मंत्री व अधिकारी होते तो शहरवासियों को निर्बाध बिजली मिलती़ जब-जब बड़े अधिकारियों व मंत्रियों कार्यक्रम होता है, सुबह से लेकर उनके जाने तक लगातार बिजली रहती है़ उनके जाते ही बिजली गुल हो जाती है़ बिजली की समस्या 20 वर्ष में भी नहीं सुधरी है़ कई […]
चतरा. काश, हर रोज चतरा मंे बड़े नेता, मंत्री व अधिकारी होते तो शहरवासियों को निर्बाध बिजली मिलती़ जब-जब बड़े अधिकारियों व मंत्रियों कार्यक्रम होता है, सुबह से लेकर उनके जाने तक लगातार बिजली रहती है़ उनके जाते ही बिजली गुल हो जाती है़ बिजली की समस्या 20 वर्ष में भी नहीं सुधरी है़ कई वृद्ध उपभोक्ताओं ने बताया कि 90 के दशक तक बिजली ठीक-ठाक थी़ जिला बनने के साथ ही बिजली की आंख मिचौनी शुरू हो गयी़ चतरा में बरही से विद्युत आपूर्ति की जाती है़ इधर प्राय: देखा गया कि जब-जब चतरा में बड़े अधिकारी व मंत्री आये तभी लगातार बिजली मिली है़ शहर के लोगों का कहना है कि हर रोज यहां अधिकारी व मंत्री आते तो उन्हें निर्बाध बिजली मिलती़ ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की स्थिति काफी दयनीय है़ चतरा से सिमरिया, इटखोरी से पीतिज, पत्थलगड्डा, चतरा से हंटरगंज, प्रतापपुर, कान्हाचट्टी मुख्य लाइन में तार व पौल नहीं बदला गया़ यही वजह है कि आये दिन तेज हवा चलने से विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है़