टंडवा : एनटीपीसी द्वारा बाइपास सड़क बंद किये जाने से सीसीएल की परेशानी बढ़ती जा रही है़ पिपरवार से हजारीबाग व चतरा के रास्ते होने वाला कोयला डिस्पैच का कार्य पूरी तरह ठप हो गया है. वहीं आम्रपाली से पिपरवार कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम भी बंद हो गया है़ ऐसे में दोनों ओर ट्रक व हाइवा की लंबी कतार लग गयी है़
कोयला लदे वाहनों के दोनों ओर खड़े रहने से आवागमन में काफी परेशानी हो रही है़ इससे पूर्व नो इंट्री होने की वजह से टंडवा मुख्य बाजार से वाहन सिर्फ रात्रि में गुजरते थे़ इस कारण हमेशा जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती थी़ इससे बचने के लिए आपसी तालमेल कर सीसीएल ने एनटीपीसी अधिग्रहित जमीन पर वैकल्पिक बाइपास बनाया था, जिसे एनटीपीसी द्वारा अब पूरी तरह बंद कर दिया गया़ इस स्थिति में अगर सीसीएल की ओर से कोई ठोस वैकल्पिकव्यवस्था नहीं की जाती है तो वाहनों को कई दिनों तक खड़ा रहना पड़ सकता है़
इधर, सीसीएल अधिकारियों का कहना है कि जब तक कोई व्यवस्था नहीं होती, रात्रि में मुख्य पथ से वाहन निकलेंगे़ सूत्रों की मानें तो आम्रपाली से डकरा सीएचपी कोयला ट्रांसपोर्टिंग कर रही कंपनी सड़क बंद होने से कोयला ट्रांसपोर्टिंग से हाथ खींचने की तैयारी कर रही है़ ऐसे में ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के अंदर काम कर रहे 50-60 स्थानीय लोगों को हटाया जा सकता है़
मगध से आम्रपाली को बाइपास से जोड़ने की तैयारी : दूसरी ओर सीसीएल द्वारा वैकल्पिक रूप से बाइपास बनाने की तैयारी की जा रही है़ इसको लेकर कोसाहा व कुमडांगखुर्द के बीच नदी में पुल बनाने को लेकर बुधवार को सर्वे किया गया़ मौके पर सर्वे टीम में एसओ सिविल यूके विमल, एन कुमार, एचएस प्रसाद आदि शामिल थे़