चालक बहाली में स्थानीय को प्राथमिकता : डीआइजी
चतरा : डीआइजी उपेंद्र कुमार बुधवार को चतरा समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में जिले के पदाधिकारियों के साथ कर बैठक कर विचार-विमर्श कर लंबित कांडों की स्थिति का जायजा लिया. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीआइजी ने बताया कि चतरा में पुलिस वाहन के लिए चालक की बहाली होनी है. यह बहाली […]
चतरा : डीआइजी उपेंद्र कुमार बुधवार को चतरा समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में जिले के पदाधिकारियों के साथ कर बैठक कर विचार-विमर्श कर लंबित कांडों की स्थिति का जायजा लिया. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीआइजी ने बताया कि चतरा में पुलिस वाहन के लिए चालक की बहाली होनी है. यह बहाली रोस्टर के तहत की जायेगी.
इसमें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जायेगी. कहा कि वैसे लोग आवेदन कर सकेंगे, जो झारखंड के विद्यालय से उतीर्ण हुए हैं. उन्होंने कहा कि पत्राचार से सभी कार्य नहीं होते हैं. डीआइजी ने कहा कि राज्य में सबसे अधिक चतरा में ही माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीतिसे प्रभावित होकर कई सबजोनल व एरिया कमांडर ने सरेंडर किया है. पुलिस आगे भी इस अभियान में लगी हुई है.
उन्होंने कहा कि माओवादियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि अभी तक माओवादियों के साथ इनकाउंटर नहीं हुआ है. अफीम की खेती पर चर्चा करते हुए कहा कि आम लोगों के सहयोग से ही इसपर रोक लगायी जा सकती है. अफीम की खेती वन भूमि व गैर मजरूआ जमीन में बड़े पैमाने पर की गयी है. वैसे जगहों पर यह खेती की गयी है, जहां पुलिस के पहुंचने में काफी समय लगता है. फिर भी जिले में पोस्ता नष्ट अभियान चलाया जा रहा है.