जनसहयोग से ही टीबी मुक्त बनेगा जिला : डीसी
सदर अस्पताल में विश्व यक्ष्मा दिवस पर सेमिनार बेहतर कार्य करनेवाले 20 सहियाओं को किया गया सम्मानित. प्रखंडों में भी सेमिनार के माध्यम से लोगों को किया गया जागरूक. चतरा : सदर अस्पताल परिसर में सोमवार को विश्व यक्ष्मा दिवस पर सेमिनार लगाया गया. सेमिनार में उपस्थित मुख्य अतिथि डीसी अमित कुमार ने कहा कि […]
सदर अस्पताल में विश्व यक्ष्मा दिवस पर सेमिनार
बेहतर कार्य करनेवाले 20 सहियाओं को किया गया सम्मानित. प्रखंडों में भी सेमिनार के माध्यम से लोगों को किया गया जागरूक.
चतरा : सदर अस्पताल परिसर में सोमवार को विश्व यक्ष्मा दिवस पर सेमिनार लगाया गया. सेमिनार में उपस्थित मुख्य अतिथि डीसी अमित कुमार ने कहा कि जनसहयोग से ही जिले को टीबी से मुक्त किया जा सकता है. जिस तरह एकजुटता के कारण भारत में पोलियो समाप्त किया गया. उसी तरह चार-पांच वर्षों में टीबी रोग भी मुक्त किया जायेगा. उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को ईमानदारीपूर्वक काम करने को कहा.
उन्होंने कहा कि प्रखंडों में भी सेमीनार के माध्यम से लोगों को टीबी से बचाव की जानकारी दी गयी. उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बलगम की जांच की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आसानी से बलगम की जांच की जा सके. वहीं सीएस डॉ एसपी सिंह ने कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में टीबी का इलाज मुफ्त किया जाता है. डॉट्स के माध्यम से इस रोग का इलाज संभव है.
उन्होंने सभी सहियाओं को जिले में टीबी से मुक्ति के लिए और बेहतर तरीके से काम करने को कहा. जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कृष्ण कुमार ने कहा कि 1995 में नीदरलैंड में विश्व में पहली बार यक्ष्मा दिवस मनाया गया था.
दुनिया में सबसे अधिक टीबी रोगी भारत में पाये जाते हैं. भारत में दो से तीन मिनट में एक व झारखंड में प्रत्येक आठ मिनट में एक व्यक्ति की मौत टीबी से होती है. सेमिनार में डॉट्स में बेहतर कार्य करनेवाले 20 सहिया को उपायुक्त ने सम्मानित किया. मौके पर डीपीएम तरुण कुमार सिन्हा, डॉ तिर्की रानी सिंह, समाजसेवी ओमप्रकाश वर्मा, प्रोजेक्ट अक्ष्य के राजेश रंजन, जिला यक्ष्मा पर्यवेक्षक आलोक श्रीवास्तव, राजेश कुमार, अनुशंकर गुप्ता आदि उपस्थित थे. संचालन वरीय चिकित्सा पर्यवेक्षक मनोज पांडेय ने किया.