हेरू डैम सूखा, लक्ष्मण डैम में 15 दिन का पानी बचा

सुबह से ही लोगों की चापानल पर लग जाती है भीड़ चतरा : चतरा शहर में हेरू डैम व लक्ष्मण डैम से पेयजल आपूर्ति होती है. डैम सुखने से यहां जलसंकट उत्पन्न हो गया है. हेरू डैम का पानी तो मार्च माह में ही पूरी तरह से सूख गया था. लक्ष्मण डैम का पानी 10 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 7:41 AM

सुबह से ही लोगों की चापानल पर लग जाती है भीड़

चतरा : चतरा शहर में हेरू डैम व लक्ष्मण डैम से पेयजल आपूर्ति होती है. डैम सुखने से यहां जलसंकट उत्पन्न हो गया है. हेरू डैम का पानी तो मार्च माह में ही पूरी तरह से सूख गया था. लक्ष्मण डैम का पानी 10 से 15 दिनों में सूख जायेगा. शहर के 60 प्रतिशत कुएं व चापानल सूख गये हैं. कई मुहल्ले के लोग दूसरे जगह से पानी लाते हैं. सुबह से ही लोग चापानल पर बाल्टी, डब्बा, जार व अन्य बरतन लेकर पानी भरने के लिए लंबी लाइन में लग जाते हैं.

आये दिन पानी को लेकर महिलाओं के बीच विवाद भी होते रहता है. शहर के बिंड मुहल्ला, किशुनपुर, नगवां, अव्वल मुहल्ला, दीभा, लाइन मुहल्ला व मेन रोड में भी पानी की किल्लत है. लोगों को भोजन से कहीं अधिक पानी की चिंता सता रही है. भीषण गरमी के कारण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. जब से गरमी पड़ रही है, पीएचइडी विभाग सप्ताह में एक से दो दिन पानी की आपूर्ति कर रहा था, लेकिन दोनों डैम के सूख जाने से एक सप्ताह के बाद बुधवार को पानी आपूर्ति की गयी है. लोग सारे काम छोड़ कर पानी के लिए लग जाते हैं.

जांगी के लोगों ने पानी सप्लाई रोकने की मांग की लक्ष्मण डैम के बगल में स्थित जांगी गांव के लोगों ने पानी आपूर्ति पर रोक लगाने की मांग की है. कहा है कि डैम के पानी को शहर में सप्लाई करने पर हमारे मवेशियों को पानी नहीं मिलेगा. ग्रामीणों ने पानी की सप्लाई रोकने की मांग उपायुक्त व डीडीसी से की है.

क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता

कार्यपालक अभियंता मिथिलेश सिंह ने कहा कि जब तक डैम में पानी था, आपूर्ति की गयी. अब नगर परिषद को पेयजल आपूर्ति करने की जिम्मेवारी दी गयी है. शहर में 1200 उपभोक्ता हैं. हर रोज 12 लाख गैलन पानी की आवश्यकता है. 15 दिनों के बाद डैम सूख जाने के बाद पानी कम मिलेगा.

क्या कहते हैं डीसी

उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि शहर में जलापूर्ति को लेकर योजना तैयार की गयी है. इसमें हर मुहल्ले में टैंकर से पानी पहुंचाया जायेगा. 175 नये चापानल लगा कर नगरवासियों को पेयजल उपलब्ध करायी जायेगी. जिला प्रशासन ने पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए कार्य कर रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति को लेकर चापानल की मरम्मत व डीप बोरिंग करा कर पेयजल की समस्या दूर की जायेगी.

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