दुकानें बंद, वाहनों का परिचालन ठप
स्थानीय नीति का विरोध. झामुमो की अगुवाई में सड़क पर उतरे विपक्षी दलों के नेता, कार्यकर्ता सिमरिया : राज्य सरकार के स्थानीय नीति के विरोध में शनिवार को भाकपा व झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर आंदोलन किया. इस दौरान सभी दुकाने बंद रहीं व वाहनों का परिचालन ठप रहा. सिमरिया चार घंटे पूरी तरह […]
स्थानीय नीति का विरोध. झामुमो की अगुवाई में सड़क पर उतरे विपक्षी दलों के नेता, कार्यकर्ता
सिमरिया : राज्य सरकार के स्थानीय नीति के विरोध में शनिवार को भाकपा व झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर आंदोलन किया. इस दौरान सभी दुकाने बंद रहीं व वाहनों का परिचालन ठप रहा. सिमरिया चार घंटे पूरी तरह बंद रहा. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं यात्रियों को वाहनों का इंतजार करते देखा गया है. बंद का नेतृत्व भाकपा अंचल मंत्री गयानाथ पांडेय ने किया. उन्होंने कहा कि सरकार 1932 के खतियान के लोगों का स्थानीय का दरजा नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
श्री पांडेय ने कहा कि स्थापन व पुनर्वास के साथ-साथ टंडवा में संचालित मगध, आम्रपाली, एनटीपीसी परियोजना द्वारा भू-रैयतों को पांडीचेरी, तामिलनाडू के तरह यहा भी मुआवजा 40 लाख प्रति एकड़ देने की मांग की. थाना प्रभारी डोमन रजक ने आंदोलन कर रहे कई लोगों को गिरफ्तार किया. मौके पर शिवदयाल साहु, कैलाश सिंह, गोपाल महतो, महाबीर राम, जागेश्वर राणा समेत कई उपस्थित थे.
इटखोरी में बंद बेअसर : इटखोरी. स्थानीय नीति के खिलाफ आयोजित झारखंड बंद का इटखोरी में बेअसर रहा. किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता बंद कराने नहीं आये. बाजार में आम दिनों की तरह चहल पहल रही. सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय खुले रहे. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस सतर्क रही.
चौक-चौराहों पर तैनात थे. सड़कों पर भी आम दिनों की तरह वाहन चलते रहे. थाना प्रभारी मनोरंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि सभी जगह पुलिस बल तैनात था. उनके साथ जेएसआइ सुरेंद्र वर्मा, विनय कुमार कुशवाहा, एके झा सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान थे. थाना प्रभारी के नेतृत्व में सभी पुलिस बल दिन भर चौक चौराहों पर तैनात रहे.