सड़कों पर सन्नाटा नहीं चले बड़े वाहन

छोटे वाहनों ने यात्रियों से वसूला मनमाना किराया मगध, आम्रपाली व पिपरवार में कोयला डिस्पैच का काम ठप रहा चतरा : माओवादियों की बंदी जिले में असरदार रहा. लंबी दूरी के एक भी वाहन नहीं चले. इससे यात्रियों व आमलोगों को काफी परेशानी हुई. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा न चौक-चौराहे वीरान रहें. बाजारों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2016 5:50 AM
छोटे वाहनों ने यात्रियों से वसूला मनमाना किराया
मगध, आम्रपाली व पिपरवार में कोयला डिस्पैच का काम ठप रहा
चतरा : माओवादियों की बंदी जिले में असरदार रहा. लंबी दूरी के एक भी वाहन नहीं चले. इससे यात्रियों व आमलोगों को काफी परेशानी हुई. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा न चौक-चौराहे वीरान रहें.
बाजारों में भी लोगों की भीड़ आम दिनों की अपेक्षा कम रही. बंदी से बैंकों में कारोबार प्रभावित हुआ. लोग पैदल चलकर अपने गंतव्य स्थान की ओर जाते देखे गये. छोटे-छोटे बच्चों को साथ लेकर पैदल चल कर अपनी मंजिल तक पहुंचे. छोटे वाहन दोगुना किराया लेकर यात्रियों को एक-दूसरे स्थान तक पहुंचाया. इधर, टंडवा के मगध, आम्र्रपाली व पिपरवार में कोयला डिस्पैच का काम ठप रहा. बंदी से करीब 20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. सबसे अधिक परेशानी ठेला, रिक्शा चालक व दैनिक मजदूरों को हुई.
किसानों को सस्ते दरों में साग-सब्जी बेचनी पड़ी. सिमरिया के कई साप्ताहिक हाटों में व्यापारी नहीं पहुंच पाये. इससे किसानों को टमाटर, गोभी, मिर्च, बैगन जैसे साग-सब्जी कम कीमत में बेचनी पड़ी. रांची, हजारीबाग, कोडरमा, पलामू, राउरकेला, गया, पटना, धनबाद समेत अन्य जगहों तक जानेवाली एक यात्री बस नहीं चलीं. माओवादियों ने पुलिस के जुल्म के खिलाफ यह बंदी बुलायी थी. एसपी अंजनी कुमार झा ने कहा कि माओवादियों के संदिग्ध स्थानों पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था. साथ ही दिनभर गश्त तेज रही. आमलोगों को यात्रा करने में कोई परेशानी नहीं हुई. माओवादियों के हर मंसूबे को ध्वस्त कर दिया गया.
सिमरिया : माओवादी बंदी का असर बाजारों में देखा गया. चौक-चौराहों पर सन्नाटा छाया रहा. सड़कों पर एक भी बड़े वाहन नहीं चले. बगरा, जबड़ा, देल्हो, शीला, डाड़ी चौंक पर सन्नाटा छाया रहा. सिकरी मोड़ में बुधवार को लगनेवाले साप्ताहिक हाट में किसानों ने व्यापारियों के आने का इंतजार करते रहे. लेकिन वाहन नहीं चलने के कारण व्यापारी नहीं पहुंचे. बैंकों में सन्नाटा छाया रहा. बंदी का असर कारोबार पर भी पड़ा.
लावालौंग. लावालौंग में भी बंद का असर देखा गया. सड़कों पर सिर्फ छोटे वाहन चलते देखे गये. दिनभर पुलिस गश्त लगाती रही.
बंद रहे बैंक, उपभोक्ता वापस लौटे
माओवादी बंदी के कारण जिले के कई बैंक बंद रहें. इसमें पत्थलगड्डा के एसबीआइ, नावाडीह बीओआइ, एसबीआइ राजपुर, एसबीआइ कान्हाचट्टी, बीओआइ लावालौंग समेत कई बैंक बंद रहें. माओवादियों के डर से बैंककर्मी बैंक नहीं पहुंचे. उपभोक्ता बैंक पहुंच मायूस होकर वापस लौट गये.

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