शिक्षा मनुष्य का मौलिक अधिकार

मंडल कारा में निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का कार्यक्रम शुरू चतरा : मंडल कारा में बुधवार को निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का कार्यक्रम शुरू हुआ. इसका उदघाटन डीसी अमित कुमार ने किया. जिला साक्षरता समिति द्वारा मंडल कारा के 79 बंदियों को साक्षर बनाया जायेगा. मौके पर उपायुक्त ने कहा कि तीन चार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2016 7:47 AM
मंडल कारा में निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का कार्यक्रम शुरू
चतरा : मंडल कारा में बुधवार को निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का कार्यक्रम शुरू हुआ. इसका उदघाटन डीसी अमित कुमार ने किया. जिला साक्षरता समिति द्वारा मंडल कारा के 79 बंदियों को साक्षर बनाया जायेगा.
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि तीन चार माह में सभी को लिखने-पढ़ने लायक बनाया जायेगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा मनुष्य का मौलिक अधिकार है. शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के सामान होता है. बंदियों के पास काफी समय है. मन लगा कर पढ़े और साक्षर बने. समय-समय पर जिला प्रशासन साक्षरता से संबंधित कार्यक्रम चला कर आप लोगों को जागरूक किया जायेगा.
जेल में बंद साक्षर बंदी भी अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें. ताकि वे पढ़ लिख कर कानून के बारे में जान सकें. साक्षर बनने के बाद परीक्षा ली जायेगी. परीक्षा में सफल बंदियों को पुरस्कृत किया जायेगा. उन्होंने बंदियों को सभी तरह की सहयोग करने की बात कही. उन्होंने कहा कि बंदियों को साक्षर करने के लिए सात वीटी प्रतिनियुक्त किये गये है. इसमें पांच पुरुष व दो महिला शामिल हैं. मार्च 2017 तक सभी बंदियों को साक्षर बनाया जायेगा. जेल अधीक्षक डॉ अनवर हुसैन ने विस्तार से साक्षरता कार्यक्रम की जानकारी दी. साथ ही शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसा आभूषण है, जिसे कोई चोरी नहीं कर सकता.
जेलर विपिन बिहारी मंडल ने कहा कि शिक्षा के बिना आदमी ठगी का शिकार होते है. निरीक्षरों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है. मौके पर निरक्षर बंदियों के बीच स्लेट, पेंसिल, कॉपी व किताब विरतण किया गया. मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश चंद्र वर्मा, राजेश्वर प्रसाद, बबलू, अजय राणा, रणधीर दांगी, रेणु देवी, सुचिता देवी के अलावा मंडल कारा के सभी बंदी उपस्थित थे.

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