शुद्ध भोजन से आते हैं शुद्ध विचार : सागर जी महाराज
हंटरगंज. गुजरात से आये दिगंबर जैन मुनि समाज के लगभग 100 संगत सोमवार को कौलेश्वरी पर्वत पहुंच अपने महाराज पारसनाथ जी सह भैरो बाबा की पूजा की. इसके बाद पूरे पहाड़ का भ्रमण कर रविवार की देर शाम ही हंटरगंज पहुंचे. सभी केदली कला पंचायत सचिवालय में ठहरे. सोमवार को आचार्य श्री 108 चैत्य सागर […]
हंटरगंज. गुजरात से आये दिगंबर जैन मुनि समाज के लगभग 100 संगत सोमवार को कौलेश्वरी पर्वत पहुंच अपने महाराज पारसनाथ जी सह भैरो बाबा की पूजा की. इसके बाद पूरे पहाड़ का भ्रमण कर रविवार की देर शाम ही हंटरगंज पहुंचे. सभी केदली कला पंचायत सचिवालय में ठहरे. सोमवार को आचार्य श्री 108 चैत्य सागर जी महाराज के दर्शन के लिए केदली के दर्जनों ग्रामीण पहुंच कर उनका दर्शन किया. मौके पर महाराज ने कहा कि कौलेश्वरी का विकास तब होगा, जब पारसनाथ जी महाराज सह भैरव बाबा की मूर्ति को पत्थर से बाहर निकाला जायेगा. जब वह खुले में रहेंगे, तभी कौलेश्वरी का विकास संभव है.
आचार्य ने ग्रामीणों से सहयोग करने की बात कही. उन्होंने ग्रामीणों से मांस, मछली व शराब आदि का सेवन नहीं करने को कहा. उन्होंने कहा कि शुद्ध भोजन व शुद्ध विचार ही मनुष्य को ऊंचाई तक पहुंचा सकता है. अपराध व चोरी करने वाले लोग हमेशा भय की जिंदगी जीते हैं. खुलकर जिंदगी बिताना है, तो अपने अपने ग्रंथ में लिखें. बातों पर विश्वास करो व उसे अपने हृदय में उतारने का प्रयास करें. जैन धर्म के लोग गुजरात से कोलकाता, कोलकाता से पारसनाथ होते हुए कौलेश्वरी पर्वत पहुंचे.