हिंदू वही है, जो हिंसक नहीं है : गोपाल मणि जी
हरलाल तालाब स्थित गोशाला में चल रहे धेनुमानस गो कथा के दूसरे दिन शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचे.
चतरा. हरलाल तालाब स्थित गोशाला में चल रहे धेनुमानस गो कथा के दूसरे दिन शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचे. मौके पर गो कथा वाचक गोपाल मणि जी ने कहा कि गाय के बिना कोई भी यज्ञ अधूरा है. गायों में सबसे उत्तम काली गाय होती है. काली गाय की दूध पीने वाले बुद्धिमान होते हैं. हिंदू वही है, जो हिंसक नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी देवी-देवताओं के हाथ में शस्त्र हैं, लेकिन उन्होंने शस्त्र तब उठाया जब गाय माता पर संकट आया. कई लोग गाय से लाभ लेने के बाद उन्हें लावारिश छोड़ देेते हैं. गाय माता जब दुखी होती हैं तो विनाश होता है. हमारा संगठन गो की रक्षा करने के लिए जनजागरूकता अभियान चला रहा है. रामायण, महाभारत व अन्य ग्रंथों में गाय को माता कहा गया है. गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन चलाया जा रहा हैं. संत भी गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए कार्य कर रहे हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में गोशाला अध्यक्ष विद्यासागर आर्य, सचिव जितेंद्र पाठक, कोषाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह, संरक्षक गंगाधर शास्त्री, आलोक रंजन, यमुना साव, नीतेश रंजन आदि लगे हुए हैं.
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