सिमरिया. प्रखंड के पीरी पंचायत के हांहे, लोसोदाग सहित कई अन्य गांवों के लोग पगडंडी सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं. पगडंडी से अवागमन करने में लोगों को काफी परेशानी होती है. सबसे अधिक परेशानी बारिश के मौसम में होती है. उक्त दोनों गांवों के अलावा टूटकी, लाज़ीदाग, मसूरिया, कोबियाडीह व बकचोमा गांव के लोग भी इसी पगडंडी के आवागमन करते हैं. सड़क के अभाव में 1500 की आबादी प्रभावित है. उक्त गांवों में रहनेवाले सभी लोग किसान हैं. खेतों में उत्पादित साग-सब्जी को पीरी, शिला व हजारीबाग के बाजार में ले जाकर बेचते हैं. पक्की सड़क नहीं रहने से किसानों को अपने उत्पाद को बाजार तक ले जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. स्कूली बच्चे भी पगडंडी के सहारे ही आवागन करते हैं. ग्रामीण पांच वर्ष से सड़क बनाने की मांग मुखिया, जिप सदस्य, विधायक व सांसद से कर रहे हैं, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया. लोसोदाग निवासी नारायण गंझू ने बताया कि झारखंड राज्य अलग हुए 24 साल हो गये, लेकिन आजतक गांव में सड़क नहीं बनी. सड़क नही होने से दूसरे गांव के लोग यहां रिश्ता करने से कतराते है. बिनोद तिर्की ने कहा सड़क नही बनने से बरसात के मौसम में दिक्कत होती है. अमित लिंडा, अनंजय एक्का, बिमल उरांव, लक्ष्मी भोगता व मोहन गंझू ने जिला प्रशासन से शीघ्र सड़क का निर्माण कराने की मांग की है.
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