इटखोरी में वाहन की चपेट में आने से गर्भवती हिरण की हुई मौत, वन कर्मियों ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा चतरा
Jharkhand news, Chatra news : चतरा मुख्य पथ के पितिज चोराहा मोड़ के पास अज्ञात वाहन के टक्कर से गर्भवती हिरण की मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही वनरक्षी सत्यनारायण एवं कमल किशोर घटनास्थल पहुंचकर हिरण को अपने कब्जे में लिया. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए चतरा भेज दिये.
Jharkhand news, Chatra news : इटखोरी (चतरा) : चतरा मुख्य पथ के पितिज चोराहा मोड़ के पास अज्ञात वाहन के टक्कर से गर्भवती हिरण की मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही वनरक्षी सत्यनारायण एवं कमल किशोर घटनास्थल पहुंचकर हिरण को अपने कब्जे में लिया. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए चतरा भेज दिये.
आशंका जतायी जा रही है कि जोरदार टक्कर के कारण गर्भवती हिरण चलने से असमर्थ हो गयी. उसके बाद तड़पकर उसकी मौत हो गयी. उसके एक पैर में चोट लगी है. टक्कर के कारण हिरण का जीभ भी बाहर निकल गया. गर्भवती हिरण की मौत पर ग्रामीण एवं वन कर्मियों ने भी दुख जताया.
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जिले का जंगली जीव सेंचुरी लावालौंग
चतरा जिले में एक जंगली जीव अभयारण्य (sanctuary) है, जिसे लावालौंग वन्य जीव अभयारण्य (Lavalong Wildlife Sanctuary) के रूप में ही जाना जाता है. इसकी स्थापना वर्ष 1978 में हुई. इस सेंचुरी के भीतर 82 गांव है, जिसमें 21 गांव मुख्य क्षेत्र में और 61 गांव बफर जोन में स्थित है. यह 26,886.23 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है. इस सेंचुरी में हिरण के अलावा बाघ, तेंदुआ, नीलगाय, भालू, सांभर, मयूर, जंगली सूअर आदि पाये जाते हैं.
Posted By : Samir Ranjan.