सिमरिया़ प्रखंड के चाडरम गांव में अरहर की फसल लहलहा रही है. यहां के सौ से अधिक किसानों ने 40 एकड़ में अरहर की खेती की है. यहां के किसान 20 वर्ष से अरहर की खेती कर रहे है. इसके पहले वे टमाटर की खेती करते थे. अरहर का दाम बढ़ने की वजह से किसानों का झुकाव इसकी खेती ओर बढ़ा. यहां सालों भर खेती होती है. 600 मीटर की दूर डैम से पानी लाकर फसलों को सिंचित करते है. बाजार में अरहर दाल का दाम आसमान छू रहा है. अरहर दाल 160 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. किसान पवन कुमार गुप्ता ने तीन एकड़, महेश यादव दो एकड़, निर्मल यादव एक एकड़, पप्पू यादव 10 कट्ठा, भुनेश्वर यादव पांच कट्ठा, तापेश्वर यादव छह कट्ठा व राजेंद्र यादव पांच कट्ठा ने खेती की है. इसके अलावे कई अन्य किसानों ने भी अपने खेत में अरहर लगाया है. किसानों ने कहा कि अरहर की खेती से अच्छी आमदनी होती है. कम पूंजी में अधिक मुनाफा होता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है