पत्थलगड्डा. भीषण गर्मी में चमगादड़ों के मरने का सिलसिला जारी है. प्रखंड मुख्यालय स्थित विद्यालय परिसर में लगे लिपटस के दर्जनों पेड़ों व क्षेत्र के विभिन्न पेड़ों में हजारों की संख्या में चमगादड़ वर्षों से अपना बसेरा बनाये हुए हैं. कई दिनों से सैकड़ों की संख्या में चमगादड़ मर रहे हैं. बुधवार को एक हजार से भी अधिक चमगादड़ मर गये, जिन्हें वन विभाग के कर्मियों ने दफना दिया. चमगादड़ों के मरने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. वन विभाग व ग्रामीणों द्वारा पेड़ों के ऊपर मशीन से पानी का छिड़काव किया गया. पेड़ों के नीचे चमगादड़ों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की गयी है. वनरक्षी संजय कुमार ने बताया कि कई चमगादड़ मरने के बाद पेड़ पर ही लटके हुए थे. सभी को उतार कर हटा दिया गया है. संभवत: भीषण गर्मी की वजह से चमगादड़ मर रहे हैं. बताया कि कुछ मरे हुए चमगादड़ों को परीक्षण के लिए रांची लैब भेजा गया है, ताकि चमगादड़ों के मरने का स्पष्ट कारण पता चल सके. गर्मी से कई मुर्गी फार्म में मुर्गियां भी मर रही हैं.
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