मयूरहंड. मंझौली गांव की बांडी गम्हरिया जमीन पर बिना मुआवजा दिये पक्की सड़क का निर्माण कर दिया गया है, जबकि बांडी गम्हरिया व धनंगावां सीमा पर स्थित सर्वे वाली सरकारी जमीन (सड़क के लिए) पर धनगावां के अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा पीएम आवास बनाया जा रहा है. उक्त मामले को लेकर दोनों गांव के लोगों के बीच 15 दिनों से विवाद चला आ रहा है.
दोनों गांवों के कुछ लोगों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. सीओ साकेत कुमार सिन्हा के निर्देश पर सरकारी अमीन किशुन राम ने विवादित स्थल की मापी की, जिसमें पाया कि मंझौली गांव के रैयत शालिग्राम राणा, महेंद्र राणा, पेमल बढ़ई, गाजो राणा व अन्य की जमीन पर लगभग 10 फीट चौड़ा व लगभग 400 फीट लंबी पक्की कालीकरण सड़क का निर्माण कर दिया गया है. शालिग्राम व अन्य लोगों द्वारा दुकान बनायी जा रही है.
वहीं दूसरी ओर धनगावां गांव के टुकन भुईयां ने सरकारी जमीन पर पीएम आवास बनाया है. इसके अलावा झनकू भुईयां के दो पुत्र मदन भुईयां व साधू भुईयां द्वारा एक साथ दो प्रधानमंत्री आवास बनाया जा रहा है. मापी के दौरान 20 सूत्री अध्यक्ष रामभरोस यादव, मुखिया अशोक भुईयां, सीताराम सिंह, मनोज सिंह, रवींद्र सिंह, निर्भय राणा, दयानंद राणा, सुरेंद्र सिंह, झनकू भुईयां, बीरू राणा, दिनेश यादव समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.