चतरा : जंगल-पहाड़ो से घिरा हैं नवादा पंचायत के सिंदरी गांव. यह गांव प्रखंड मुख्यालय से 10 किमी दूरी पर स्थित है. गांव की आबादी करीब 1200 हैं. एक दशक पूर्व गांव में आने जाने के लिए सड़क नहीं थी. बिजली एक सपना था. दूसरे गांव के लोग सिंदरी गांव में अपनी बेटी की शादी करने से कतराते थे. ग्रामीणों को बुनियादी सुविधा नहीं मिलती थी.
पदाधिकारी गांव तक नहीं पहुंच पाते थे, जिसके कारण गांव में योजना धरातल पर नहीं उतरती थी. लोग काम के तलाश में दूसरे प्रदेश जाते थे. धीरे-धीरे हालात बदला. आज उक्त गांव में पक्की सड़क हैं. लोगों को आने-जाने में सुविधा हो रही है. गांव तक वाहन पहुंच रही है. गांव में हमेशा बिजली जगमगाती रहती है. लोग बिजली का लाभ उठा रहे हैं. बच्चे बिजली की रोशनी में पढ़ाई कर आगे बढ़ रहे हैं. गांव में विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रही हैं, जहां बच्चे जाकर पढ़ाई कर रहे हैं.
गांव में कई योजनाएं चल रही हैं, जिसमें लोगों को रोजगार मिल रहा हैं. पलायन रूक गया है. अब दूसरे गांव के लोग भी यहां अपने बच्चियों को शादी करने आने लगे हैं. कई लोगों को पीएम आवास का लाभ मिला हैं, जिसके कारण गांव में कई पक्का मकान साफ दिखता हैं. लोगों का जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है. गांव के लोग खेती कर अपना जीविका चलाते हैं. सिंदरी के टोला कोयता, सबानो, खुटबलिया में भी पीसीसी सड़क बनी हैं. उक्त टोला में बिजली जल रही हैं.
मुखिया बिगन गंझू ने कहा कि पांच वर्ष में गांव का काफी विकास हुआ हैं. सड़क बनने से आवागमन बढ़ा हैं. पीएम आवास, वृद्धा पेंशन, राशन कार्ड समेत अन्य योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है.