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चतरा के राजकीय मध्य विद्यालय देल्हो का भवन जर्जर, डर के साये में पढ़ रहे बच्चे

राजकीय मध्य विद्यालय देल्हो के स्कूल भवन के कमरा, बरामदा में पानी भर जाता है. ऐसे मेंं बच्चों को कहां पढ़ायें, इसकी समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस विद्यालय में 260 बच्चे नामांकित हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 22, 2023 1:27 PM
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राजकीय मध्य विद्यालय देल्हो का भवन जीर्णशीर्ण हो गया है, जिससे छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में काफी परेशानी हो रही हैं. विद्यालय में लगी खिड़की व दरवाजा भी टूट फूट कर बर्बाद हो गये हैं. उक्त विद्यालय भवन का निर्माण 1951 में किया गया था, तब से आज तक इसकी मरम्मत नहीं की गयी है. भवन का प्लास्टर टूट-टूट कर गिरने से बच्चों के चोटिल होने का भय बना रहता है. बरसात के दिनों भवन की छत से हमेशा पानी टपकता रहता है.

इससे कमरा व बरामदा में पानी भर जाता है. ऐसे मेंं बच्चों को कहां पढ़ायें, इसकी समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस विद्यालय में 260 बच्चे नामांकित हैं. ग्रामीण मनोज कुमार, आशीष गंझू, नरेश कुमार, छोटू यादव ने कहा कि विद्यालय भवन जर्जर हो गया है. स्थिति ऐसी है कि अगर इसकी मरम्मत या नये भवन का निर्माण नहीं किया गया, तो कभी भी दुर्घटना हो सकती है. ग्रामीणों ने सांसद, विधायक व उपायुक्त से विद्यालय भवन की मरम्मत की मांग की है.

प्रधानाध्यापक ने कहा

प्रधानाध्यापक अरुण कुमार ने कहा कि विद्यालय भवन का प्लास्टर गिरने से किसी के चोटिल होने का डर बना रहता है. छात्र-छात्राओं को बरामदा में पढ़ाना पड़ता है. भवन जर्जर होने की जानकारी कई बार विभाग को दी गयी है, लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है.

चार साल बाद भी नहीं बना एएनएम स्कूल व हॉस्टल

शहर के बीएसएनएल रोड में बन रहा एएनएम स्कूल व हॉस्टल चार साल से अधूरा है. निर्माण कार्य हेल्थ मेडिकल एजुकेशन एंड फैमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट से चार करोड 83 लाख की लागत से कराया जा रहा है. निर्माण कार्य 2020 में ही पूर्ण करना था. तीन वर्ष अधिक समय बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया. संवेदक द्वारा आधा अधूरा कार्य कर छोड़ कर दिया गया हैं. संवेदक गिरिडीह के राजू शर्मा हैं. भवन निर्माण निगम द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है. भवन निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने बताया कि संवेदक को पत्र भेज कर अविलंब निर्माण कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया है. स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाये जाने पर टर्मिनेट करने की कार्रवाई की जायेगी.

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