सात सालों से अधूरा है चतरा कस्तूरबा विद्यालय भवन, आदेश के बाद भी संवेदक ने पुन: शुरू नहीं किया काम
भवन निर्माण कार्य चार वर्षों से बंद है. जिला प्रशासन की ओर से कई बार संवेदक को पत्र भेज कर भवन निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया. लेकिन संवेदक ने पुन: कार्य प्रारंभ नहीं किया, जिसे लेकर उपायुक्त ने संवेदक का नाम काली सूची में डालने की अनुशंसा की गयी है. इसके बाद 2018-19 में एक करोड़ 65 लाख की लागत से विद्यालय परिसर में छात्रावास का निर्माण किया गया. छात्रावास उद्घाटन का बाट जोह रहा है.
चतरा : थाना क्षेत्र के तेतरिया में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय भवन का निर्माण सात वर्षों से अधूरा है. दो करोड़ 49 लाख की लागत से भवन का निर्माण कराया जा रहा था. वर्ष 2013-14 में भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था. प्रतापपुर के संवेदक जयप्रकाश गुप्ता द्वारा कार्य कराया जा रहा हैं. भवन का निर्माण दो वर्षों में पूरा करना था.
भवन निर्माण कार्य चार वर्षों से बंद है. जिला प्रशासन की ओर से कई बार संवेदक को पत्र भेज कर भवन निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया. लेकिन संवेदक ने पुन: कार्य प्रारंभ नहीं किया, जिसे लेकर उपायुक्त ने संवेदक का नाम काली सूची में डालने की अनुशंसा की गयी है. इसके बाद 2018-19 में एक करोड़ 65 लाख की लागत से विद्यालय परिसर में छात्रावास का निर्माण किया गया. छात्रावास उद्घाटन का बाट जोह रहा है.
शैक्षणिक भवन का निर्माण नहीं होने से छात्राओं को पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है. डीइओ जितेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि भवन निर्माण से संबंधित कोई जानकारी उन्हें नहीं है. लोगों की शिकायत पर कई बार वरीय पदाधिकारियों से उचित मार्गदर्शन की मांग की गयी. संवेदक द्वारा अधूरा कार्य कर छोड़ दिये जाने की भी जानकारी दी गयी है. संवेदक ने कहा कि विभाग द्वारा समय पर भुगतान नहीं किये जाने के कारण भवन का निर्माण कार्य अधूरा है. दिन-प्रतिदिन सामग्री की दाम बढ़ता जा रहा है.