चतरा : लगातार बारिश के कारण इस वर्ष खरीफ फसल की बुआई प्रभावित हो रही है. धान का बिचड़ा भी गलने लगा है. इसे लेकर किसान परेशान है. बारिश के कारण प्रखंड में खरीफ फसल की जोताई-कोड़ाई शुरू नहीं हो पा रही है. किसानों का कहना है कि जमीन गिला रहने के कारण जोताई-कोड़ाई नहीं कर पा रहे हैं. आद्रा नक्षत्र के प्रारंभ में ही मकई समेत अन्य फसलों की बुआई हो जाती थी, लेकिन इस बार अबतक बुआई नहीं हो पायी है. खेत अभी तक खाली पड़े हैं. प्रखंड की 80 प्रतिशत आबादी खेतीबारी पर ही निर्भर है. यहां की मुख्य फसल धान व मकई है.
लगातार बारिश होने से साग-सब्जी व नकद फसलों को भी नुकसान हो रहा है. फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर, मिर्चा, भिंडी, मकई, करैला, परवल, बैंगन, धनिया, लौकी, मुरली आदि फसलें भी अत्यधिक बारिश होने के कारण चौपट होने लगी है. किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. किसानों ने कहा कि अधिक मूल्य पर खाद-बीज की खरीदारी कर खेती करते हैं, लेकिन प्रकृति की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.