चतरा : जतराहीबाग चौक के समीप स्थित है माप-तौल कार्यालय. दो वर्षों में एक बार भी नहीं खुला यह कार्यालय. कार्यालय नहीं खुलने से लोगों को तराजू, इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन समेत अन्य माप-तौल से संबंधित लाइसेंस बनवाने व रिन्युअल कराने में परेशानी हो रही है. यहां पदस्थापित मापतौल निरीक्षक कई जिलों के प्रभार में हैं, जिसके कारण चतरा नहीं के बराबर आते हैं.
मापतौल का कार्य एक प्राइवेट व्यक्ति नगवां मुहल्ला के सरयू राम द्वारा किया जाता है. सरयू राम सभी तरह के दस्तावेज निरीक्षक विधिक माप विज्ञान के पास ले जाकर कार्य कराते हैं. जतराहीबाग चौक पर रहने वाले लोगों ने बताया कि दो साल में एक बार भी कार्यालय नहीं खुला है. कार्यालय में हमेशा ताला लटकता रहता है. पूर्व में कभी-कभार कार्यालय खुला करता था. कार्यालय एक खपरैल मकान में चल रहा है.
कई लोगों ने बताया कि एक-दो साल से माप-तौल का लाइसेंस बनवने के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पदाधिकारी के नहीं रहने से लाइसेंस नहीं बन रहा है. इधर, माप तौल निरीक्षक के नहीं रहने से दुकानों का निरीक्षण नहीं होता है. इस कारण तराजू व अन्य यंत्र का लाइसेंस नहीं बन पा रहा है और न ही रिन्यूअल हो रहा है. जिससे सरकार को हर वर्ष लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है. जिले में काफी संख्या में किराना दुकान समेत अन्य दुकान चल रही हैं.
जिले में आयोजित बैठक में मापतौल पदाधिकारी भाग नहीं लेते हैं, जिसके कारण कई बार पूर्व उपायुक्त द्वारा मापतौल निरीक्षक को फटकार लगायी गयी है. जिला समन्वयक समिति, राजस्व संग्रहण समेत कई बैठक में भाग लेने के लिए पत्र निर्गत किया जाता है, लेकिन विभाग के पदाधिकारी भाग नहीं लेते हैं, जिससे राजस्व संग्रहण की जानकारी नहीं हो पाती है.