सड़क के दोनों ओर खड़े रहते हैं कोयला लदे वाहन, हादसे की आशंका
सिमरिया-टंडवा पथ स्थित डाड़ी से मुरबे मांडर तक कोयला लदा वाहनों की कतार लगी रहती है, इस वजह से सड़क संकीर्ण हो जाती है. ऐसे में सड़क से गुजरने वाले छोटे-बड़े वाहनों के साथ हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
चतरा. सिमरिया-टंडवा पथ स्थित डाड़ी से मुरबे मांडर तक कोयला लदा वाहनों की कतार लगी रहती है, इस वजह से सड़क संकीर्ण हो जाती है. ऐसे में सड़क से गुजरने वाले छोटे-बड़े वाहनों के साथ हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. डेढ़ किमी तक 100 से अधिक कोयला लथे हाइवा खड़े रहते हैं. आम्रपाली व मगध कोल परियोजना के साथ-साथ केरेडारी से कोयला लेकर वाहन गुजरते हैं. कोल वाहनों के परिचालन से आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है. लोग असमय काल के मुंह समा रहे हैं. इस सड़क से सिमरिया, सीमा, हफुआ होकर चतरा, दारियातु, गिद्धौर, कटकमसांडी रेलवे साइडिंग कोयला लेकर हाइवे पहुंचते है. सुबह-शाम हाइवा का परिचालन होता है. इन दिनों बलबल मेला लगा हुआ है. दुकानदारों को दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. आम्रपाली गेट नंबर एक से लेकर टंडवा तक दो किमी वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है, जिससे सबसे अधिक परेशानी बाइक चालकों को होती है. ग्रामीणों ने कई बार सड़क पर उतर कर उक्त पथों से वाहनों के परिचालन बंद कराने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक रोक लगी हैं. टंडवा के मिश्रौल बाजार में हमेशा भीड़ लगी रहती है, उस वक्त वाहनों के परिचालन होती रहती है. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं. दुर्घटना के बाद कोयला ट्रांसपोर्टरों द्वारा नाम मात्र का मुआवजा देकर खानापूर्ति करता है.
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