चतरा के कुंदा प्लस टू उच्च विद्यालय का हाल : 14 वर्षों से अधूरा है स्कूल भवन
स्तरोन्नत प्लस टू उच्च विद्यालय का भवन 14 वर्षों से अधूरा पड़ा है. भवन का निर्माण कार्य शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2006-07 में 1.17 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया था.
प्रखंड में संचालित स्तरोन्नत प्लस टू उच्च विद्यालय का भवन 14 वर्षों से अधूरा पड़ा है. भवन का निर्माण कार्य शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2006-07 में 1.17 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया गया था. जिला परिषद के तत्कालीन सहायक अभियंता ललन चौधरी के देखरेख में काम कराया जा रहा था. प्लिंथ लेवल तक कार्य कर 17 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी.
बाद में उसे विभाग ने रि-टेंडर कर कार्य की शुरुआत वर्ष 2010 में एक करोड़ की लागत से शुरू कराया. इसके बाद दो मंजिला तक ढलाई का कार्य कर काम बंद कर दिया गया. संवेदक नरेश सिंह ने बताया कि विभाग ने पुराने पर आकलन के आधार पर कार्य करने की बात कही.
इसी वजह से भवन का कार्य छोड़ दिया गया. भवन नहीं बनने से विद्यार्थियों को पढ़ाई में परेशानी होती है. कुंदा मध्य विद्यालय में आठ कमरे हैं. जिसमें प्लस टू उवि, उच्च विद्यालय, मॉडल विद्यालय, मध्य विद्यालय के अलावा बीआरसी व रिसोर्स सेंटर का कार्यालय का संचालित किया जाता है. यहां पर करीब 800 विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं.
क्या कहते हैं प्राचार्य
प्लस टू उवि के प्राचार्य कमलेश प्रताप यादव ने कहा कि एक ही भवन में चार विद्यालय व दो कार्यालय का संचालन होने से कई तरह की परेशानी होती है. बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है. जगह के अभाव में एक साथ कई कक्षा का विद्यार्थियों को बैठाकर पढ़ाना पड़ता है.