इटखोरी़ केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल जल के उद्देश्य पर फिलहाल पानी फिर गया है. इटखोरी में पेयजलापूर्ति योजना का काम सात महीना से बंद है. दिसंबर माह तक हर घर शुद्ध जल पहुंचाने का डेट लाइन समाप्त हो गयी है. राज्य सरकार व योजना के संवेदक अमरेश गुप्ता के बीच विवाद के कारण योजना अधूरा पड़ी है. मात्र 40 प्रतिशत काम हुआ. पीएचइडी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार संवेदक को ब्लैकलिस्टेड कर दिये जाने के कारण काम बंद है. इसकी प्राक्कलित राशि 124 करोड़ रुपये है. केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त इकरारनामा पर उक्त कार्य किया जा रहा था. पाइपलाइन के माध्यम से सभी घरों तक पानी पहुंचाया जाना है. प्रखंड के लगभग डेढ़ लाख आबादी को इसका लाभ मिलना है. बताया जाता है कि जब तक न्यायालय में मामला लंबित है, तब तक योजना शुरू होने की संभावना नहीं है. मालूम हो कि योजना का शिलान्यास वर्ष 2022 में हुआ था. इसे लेकर प्रखंड के लोग काफी खुश थे कि उन्हें अब शुद्ध पेयजल मिल सकेगा.
सहायक अभियंता ने कहा
पीएचइडी के सहायक अभियंता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संवेदक को ब्लैक लिस्ट कर दिये जाने के कारण काम बंद है. संवेदक अमरेश गुप्ता ने राज्य सरकार के खिलाफ रांची हाईकोर्ट में मामला दायर किया है. न्यायालय के फैसले के बाद ही काम शुरू हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है