नशे की लत से बर्बाद हो रहें चतरा के युवा, सबसे अधिक ब्राउन शुगर का इस्तेमाल करने वालों की संख्या

नशे में कुछ युवा आपराधिक घटनाओं को भी अंजाम देने लगे हैं. दिनों दिन नशे की जड़ मजबूत होती जा रही है. कभी चोरी छिपे बिकने वाले नशे का सामान आज धड़ल्ले से गली-मुहल्लों में बिक रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | September 12, 2023 1:42 PM
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जिस युवा शक्ति पर देश गर्व करता है, वहीं युवा शक्ति आज नशे के दलदल में डूबती जा रही है. एक बार फिर शहर की युवा पीढ़ी में तेजी से नशे की लत फैल रही है. किशोर व युवाओं में नशे की लत बढ रही है. यह नशा शराब, गुटखा, सिगरेट का नहीं, बल्कि गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर व चरस का है. सबसे अधिक ब्राउन शुगर का सेवन करने वालों की संख्या है. नशा करने की वजह से युवाओं की मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही है. कई युवकों का तो मन:चिकित्सालयों में इलाज भी चल रहा है.

नशे में कुछ युवा आपराधिक घटनाओं को भी अंजाम देने लगे हैं. दिनों दिन नशे की जड़ मजबूत होती जा रही है. कभी चोरी छिपे बिकने वाले नशे का सामान आज धड़ल्ले से गली-मुहल्लों में बिक रहा है. सुनसान जगहों पर लोग ब्राउन शुगर व चरस पीते देखे जा रहे हैं. नशे की लत शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों में देखा जा रहा है, जिससे परिवार वालों की चिंता बढ़ती जा रही है. कई परिजन थाना पहुंच कर अपने ही पुत्र को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं.

नशे की गिरफ्त से किशोर व युवाओं को मुक्त कराने के लिए कई मुहल्ले में बैठक की गयी हैं. कई युवक नशे का खुराक नहीं मिलने के कारण विक्षिप्तों की तरह हरकत करने लगे हैं. ब्राउन शुगर की लत में पड़ कर अबतक कई युवकों ने आत्महत्या कर ली है.

पुलिस की सक्रियता के कारण कुछ माह तक क्षेत्र में ब्राउन शुगर सेवन करने वालों की संख्या कम हुई थी, लेकिन पुन: शहर के कई मुहल्लों में दिनदहाड़े गांजा, चरस, ब्राउन शुगर व अफीम की पुड़िया बिक रही है.

शहर में तस्कर सक्रिय

शहर में ब्राउन शुगर, चरस, गांजा की पुड़िया बना कर बेचने वाले तस्कर सक्रिय हैं. ब्राउन शुगर की एक पुड़िया 300 से 500 रुपये में बेची जा रही हैं. पुड़िया लोगों तक पहुंचाया जा रही है, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगती है. इस तरह शहर में नशीले पदार्थों की बिक्री जोरों से की जा रही है. शुरुआत में तस्कर युवाओं को अपनी चंगुल में फंसाने के लिए फ्री में नशीले पदार्थ उपलब्ध कराते है. जब युवक पूरी तरह इसकी जद में आ जाते हैं, तो पैसा लेकर वही नशीला पदार्थ उपलब्ध कराते हैं.

बढ़ रहे अपराध :

नशे का सबसे ज्यादा शिकार युवा वर्ग हो रहा है. नशे के कारण कई घर बर्बाद हो चुके हैं. जिन युवाओं को नशे की लत लग जाती है और जब उनके पास पैसा नहीं होता है, तो वे अपराध की ओर रूख करने से भी नहीं हिचकाते हैं. ऐसे कई मामले आ चुके हैं. नशे की लत में पड़ युवा अपनी जरूरत को पूरी करने के लिए मोबाइल छिनतई और चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं.

चिकित्सक ने कहा

डॉ अजहर ने कहा कि कम उम्र में नशा का सेवन करने से कई तरह का नुकसान होता है. शरीर में खून की कमी हो जाती है, भूख नहीं लगती है और वह विक्षिप्त की तरह हरकत करने लगता है. किडनी व हार्ट को डैमेज करता है. नशे की लत में पड़ गये लोगों का ध्यान अपराध की ओर अधिक होता है. चोरी, डकैती के अलावा हत्या तक जैसी घटना का अंजाम देते हैं. उन्होंने युवाओं से स्वस्थ रहने के लिए नशा से दूर रहने की सलाह दी है.

एसडीपीओ ने कहा

सदर एसडीपीओ अविनाश कुमार ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी व इस कार्य में संलिप्त लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. किसी तरह की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है. उन्होंने युवाओं को नशा से दूर रहने की बात कही. गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर व अन्य मादक पदार्थों को बेचने व सेवन करने वालों की सूचना मोबाइल नंबर 9431706362 पर देने की बात कही.

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