कलश यात्रा के साथ पांच दिवसीय धेनुमानस गो कथा शुरू
हरलाल तालाब स्थित गोशाला में गुरुवार को कलश यात्रा के साथ पांच दिवसीय(नौ से 13 जनवरी तक) धेनुमानस गो कथा शुरू हुई. कलश यात्रा हरलाल तालाब के पास से शुरू होकर शहर का भ्रमण करते हुए पुन: गोशाला पहुंची.
चतरा. हरलाल तालाब स्थित गोशाला में गुरुवार को कलश यात्रा के साथ पांच दिवसीय(नौ से 13 जनवरी तक) धेनुमानस गो कथा शुरू हुई. कलश यात्रा हरलाल तालाब के पास से शुरू होकर शहर का भ्रमण करते हुए पुन: गोशाला पहुंची. मौके पर आयोजित गो कथा वाचक गोपालमणि जी ने कहा कि पूरे देश में गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. धर्म ग्रंथों में गाय को माता कहा गया, लेकिन कानूनन पशु का दर्जा दिया गया. राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए पूरे देश में प्रचार-प्रसार कर रहा हूं. जगतगुरु शंकराचार्य ने भी माना है कि गाय पशु नहीं बल्कि माता है. कुछ लोग गो माता को स्वार्थ साध कर घर से बाहर छोड़ देते हैं. गो रक्षा के लिए सभी को एकजुट होना होगा. महाकुंभ में भी गो माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए 342 कुंडीय महायज्ञ होगा. धर्म गुरु हठयोगी जी महाराज ने कहा कि गाय को माता को लेकर जनजागरूकता अभियान के तहत कथा शुरू हुई है. अपनी मां कुछ समय के लिए दूध पिलाती हैं, लेकिन गो माता जीवनभर दूध पिलाती रहती है. गो माता को सम्मान नहीं दिये जाने के कारण विश्व की स्थिति ठीक नहीं हैं. इस अवसर पर जितेंद्र पाठक, विद्यासागर आर्य, ओमप्रकाश पाठक, पंकज दुबे, गंगाधर शास्त्री, सुशील सिंह समेत कई शामिल थे.
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