चतरा. हंटरगंज प्रखंड में इन दिनों अवैध रूप से बालू का उठाव जारी है. दिनदहाड़े लीलाजन नदी से बालू का उठाव किया जा रहा है. लगातार बालू का उठाव होने से नदी का अस्तित्व खतरे में है. आसपास के गांवों में जलस्तर काफी नीचे जा रहा है. बालू के अवैध उठाव से हर माह सरकार को लाखों रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है. नदी से बालू का उठाव कर एक जगह जमा किया जाता है, इसके बाद शाम में बालू की तस्करी की जाती है. स्थानीय लोगों की मानें, तो प्रशासन की मिलीभगत से बालू की तस्करी की जा रही है. जिला व प्रखंड प्रशासन जानकर भी अनजान बने हुए हैं. तस्कर बालू का कारोबार कर मालामाल हो रहे हैं. अवैध रूप से बालू का उठाव का विरोध करने पर ग्रामीणों को धमकी दी जाती है. कई बार उनके साथ मारपीट तक कर दी जाती है, जिससे ग्रामीण डरे रहते हैं. टास्क फोर्स द्वारा तस्करों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने से लोगों में आक्रोश हैं. टास्क फोर्स द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूरी की जाती हैं. कभी कभार अभियान चला कर एक-दो ट्रैक्टर को पकड़ा जाता है. बुधवार को सीओ के नेतृत्व में टास्क फोर्स ने बोड़ा गांव के पास अवैध रूप से बालू लेकर आ रहे ट्रैक्टरों को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वे भाग निकले. इसके दूसरे दिन गुरुवार को फिर पूर्व की तरह अवैध रूप से बालू की ढुलाई शुरू हो गयी. एक ओर जहां आवास बनाने के लिए स्थानीय लोगों बालू नहीं मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर बालू की तस्करी दूसरे प्रदेशों में की जा रही है. कई जगहों पर बालू के अभाव में अबुआ आवास निर्माण कार्य बंद है. अभियान चला कर होगी कार्रवाई : सीओ हंटरगंज बीडीओ सह सीओ निखिल गौरव कमान कच्छप ने कहा कि अवैध रूप से बालू का उठाव करने वालों के खिलाफ समय-समय पर छापामारी अभियान चला कर कार्रवाई की जाती है. स्थानीय पुलिस के सहयोग से अभियान चला कर आगे भी बालू तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
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