पूर्व मंत्री योगेंद्र साव मामले में चतरा एसपी ऋषभ कुमार झा को शो कॉज, केस डायरी बदलने के आरोप में दर्ज हुआ था केस

लेकिन इस केस में तत्कालीन अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर गौरीशंकर तिवारी और सत्येंद्र कुमार सिंह द्वारा केस डायरी में छेड़छाड़ और केस डायरी बदलने के आरोप में एसपी के आदेश पर टंडवा थाना में 15 जून 2021 को केस दर्ज हुआ था. केस दर्ज करने से पहले मामले में एसपी द्वारा पुलिस मुख्यालय से पांच अप्रैल को मार्गदर्शन मांगा गया था. इसके बाद पुलिस मुख्यालय के कार्मिक डीआइजी ने एसपी को जवाब दिया था कि केस डायरी में छेड़छाड़ के आरोप में दोनों पुलिस अफसरों पर अनुशासनिक कार्रवाई आरंभ करते हुए इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालय को भेजी जाये.

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2021 9:11 AM

Ranchi News, Chatra Tandwa Newsरांची : पूर्व मंत्री योगेंद्र साव पर दर्ज केस डायरी में छेड़छाड़ के आरोप में सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने का आदेश देने के मामले में पुलिस मुख्यालय ने चतरा एसपी ऋषभ कुमार झा को शो कॉज किया है. मामले में उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, योगेंद्र साव के खिलाफ वर्ष 2015 में टंडवा थाना में केस नंबर 90/15 और 91/15 तहत मामला दर्ज हुआ था.

लेकिन इस केस में तत्कालीन अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर गौरीशंकर तिवारी और सत्येंद्र कुमार सिंह द्वारा केस डायरी में छेड़छाड़ और केस डायरी बदलने के आरोप में एसपी के आदेश पर टंडवा थाना में 15 जून 2021 को केस दर्ज हुआ था. केस दर्ज करने से पहले मामले में एसपी द्वारा पुलिस मुख्यालय से पांच अप्रैल को मार्गदर्शन मांगा गया था. इसके बाद पुलिस मुख्यालय के कार्मिक डीआइजी ने एसपी को जवाब दिया था कि केस डायरी में छेड़छाड़ के आरोप में दोनों पुलिस अफसरों पर अनुशासनिक कार्रवाई आरंभ करते हुए इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालय को भेजी जाये.

साथ ही मामले में स्पष्ट रिपोर्ट मंतव्य के साथ पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध करायी जाये. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मामले में पुलिस मुख्यालय की ओर से चतरा एसपी को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश नहीं दिया गया था. दोनों के खिलाफ उन्हें विभागीय कार्रवाई शुरू करना था. इसके अलावा दोनों केस ट्रायल में हैं. इसलिए केस में नये तथ्य सामने आने पर उन्हें न्यायालय से अनुमति लेकर साक्ष्य के आधार पर आगे जांच करनी चाहिए थी.

लेकिन दोनों मामले में ऐसा नहीं हुआ. बल्कि चतरा एसपी के आदेश पर एसडीपीओ सिमरिया ने खुद बिना न्यायालय की अनुमति के जांच शुरू कर दी और जांच के आधार पर खुद ही शिकायतकर्ता बन गये. फिर उक्त दोनों केस के अनुसंधानकर्ता पर केस डायरी में फेरबदल और छेड़छाड़ के आरोप में केस दर्ज करवा दिया. इसलिए इस मामले को पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है और चतरा एसपी को शो कॉज किया गया है.

Posted By : Sameer Oraon

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