गर्मी के मौसम में भी कोल्ड ड्रिंक का धंधा ठप, दुकान नहीं खुलने से व्यवसायियों की चिंता बढ़ी
कोल्ड ड्रिंक व्यवसाय से जुड़े लोग सालभर गर्मी के मौसम का इंतजार करते हैं, लेकिन दो साल से कोरोना महामारी की वजह से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. इस बार भी सीजन कोरोना वायरस की भेंट चढ़ गया. जिले में फरवरी से जून माह तक कोल्ड ड्रिंक की बिक्री सर्वाधिक होती है. कोरोना के कारण अबतक कोल्ड ड्रिंक कारोबारियों को तीन करोड़ का नुकसान हो चुका है.
चतरा : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने सभी तरह के कारोबार को ठप कर दिया है. गर्मी के मौसम में कोल्ड ड्रिंक की बिक्री नहीं हो रही है, जिससे उक्त व्यवसाय से जुड़े लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान दुकानों के बंद रहने से कोल्ड ड्रिंक की बिक्री बंद है. इस व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
कोल्ड ड्रिंक व्यवसाय से जुड़े लोग सालभर गर्मी के मौसम का इंतजार करते हैं, लेकिन दो साल से कोरोना महामारी की वजह से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. इस बार भी सीजन कोरोना वायरस की भेंट चढ़ गया. जिले में फरवरी से जून माह तक कोल्ड ड्रिंक की बिक्री सर्वाधिक होती है. कोरोना के कारण अबतक कोल्ड ड्रिंक कारोबारियों को तीन करोड़ का नुकसान हो चुका है.
कई थोक व खुदरा विक्रेताओं ने फरवरी माह में ही स्टॉक मंगा कर गोदाम में रख लिया था, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण दुकानों को बंद रहने से स्टॉल माल गोदाम में पड़ा-पड़ा धूल खा रहा है. स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में शादी में मात्र 11 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी गयी है, जिसके कारण शादी-विवाह में भी कोल्ड ड्रिंक की खपत नहीं हो रही है.
गर्मी के मौसम में कोल्ड ड्रिंक बेचने के लिए थोक व खुदरा विक्रेताओं ने फ्रिज की खरीदारी थी. सभी फ्रिज दुकानों में बेकार पड़े हैं. इस बार कई युवकों ने बैंक से ऋण लेकर गर्मी के मौसम में कोल्ड ड्रिंक बेचने के लिए दुकान खोली, लेकिन कोरोना ने उसे कुछ दिन में ही बंद करा दिया, जिससे नये दुकानदार मायूस हैं. इसके अलावा आइसक्रीम व जूस का कारोबार भी ठप पड़ा है.
क्या कहते हैं खुदरा विक्रेता
दुकानदार मो लाडला ने कहा कि वर्ष 2019 में कोल्ड ड्रिंक की बिक्री होने से अच्छी आमदनी हुई थी. लेकिन दो साल से कोरोना के कारण कारोबार ठप है. रोहित कुमार ने कहा कि वर्ष 2019 में पांच लाख रुपये से अधिक का कोल्ड ड्रिंक बेचा था. अच्छी आमदनी हुई थी. पिछले वर्ष भी नुकसान हुआ. इस बार भी जब कोल्ड ड्रिंक बेचने का सीजन आया, तो सरकार द्वारा दुकान को बंद करा दिया गया. दुकान बंद होने से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. थोक व खुदरा व्यापारी मो वसीम ने कहा कि दुकान बंद होने से कोल्ड ड्रिंक की बिक्री नहीं हो रही है, जिससे नुकसान उठाना पड़ रहा है.
थोक विक्रेताओं का दर्द
थोक विक्रेता विक्की कुमार चौरसिया ने कहा कि कोरोना के कारण धंधा चौपट हो गया है. फरवरी माह में 22 लाख रुपये का कोल्ड ड्रिंक मंगाया था, लेकिन बिक्री नहीं होने से माल एक्सपायर्ड होने के कगार पर है. कोरोना काल में दुकान बंद रहने के कारण कस्टमर नहीं आ रहे हैं. बाजार में कोल्ड ड्रिंक की खपत नहीं हो रही है. कई लोगों को रोजगार मिलता था. सभी बेकार हो गये है. पिछले वर्ष भी 13 लाख रुपये का नुकसान हुआ था. बैंक से ऋण लेकर माल मंगाया था. अब बैंक को पैसा चुकाने की चिंता सताने लगा है. सत्येंद्र कुमार ने कहा कि लगन व गर्मी को देखते हुए चार लाख रुपये का कोल्ड ड्रिंक मंगाया था. दुकान बंद रहने के कारण गोदाम में धूल पड़ रही है. पिछले साल भी कोरोना के कारण तीन लाख का नुकसान हुआ था.