झामुमो-कांग्रेस नेताओं के ठिकानों से निकल रहे नोटों के पहाड़, इनसे देश को बचाएं, चतरा में बोले पीएम नरेंद्र मोदी
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को चतरा के सिमरिया में थे. उन्होंने कहा कि झामुमो-कांग्रेस नेताओं के ठिकानों से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं. इनसे देश को बचाना समय की मांग है.
सिमरिया (चतरा), विवेक चंद्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर झामुमो, कांग्रेस व राजद पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि झामुमो, कांग्रेस और इंडी गठबंधन के कारनामे और सोच से देश को बचाना समय की मांग है. झामुमो व कांग्रेस के नेताओं के ठिकानों से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं. झारखंड के मंत्री, मंत्री का पीस, नौकर सबके पास जितने रुपए निकल रहे हैं, मैंने कभी अपनी आंखों से नहीं देखा. कर्मचारी के घर से जब करोड़ों रुपये मिल रहे हैं, तो मालिकों की तिजोरियों में कितना काला धन होगा? कांग्रेस सांसद के पास से तो 300 करोड़ से ज्यादा कैश मिला. नेाट गिनने वाली मशीनें हांफने लगीं. यह पैसा किसका है? वे शनिवार को चतरा जिले के सिमरिया में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे.
चतरा की धरती पर दिखाई दे रहे चार जून के नतीजे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मां भद्रकाली और मां छिन्नमस्तिके के चरणों में प्रणाम करता हूं. आज चतरा की धरती पर जनसैलाब उमड़ा है. जितना अंदर है, उसका चार गुना बाहर है. आपका यह स्नेह चार जून को आने वाले परिणाम को लेकर दुविधा में पड़े लोग आकर यहां देख लें. चार जून के नतीजे क्या होंगे, यह चतरा की धरती पर दिखायी दे रहे हैं. तीन चरणों के चुनाव के बाद ही कांग्रेस और उसके साथियों ने एक तरह से अपनी हार स्वीकार कर ली है. इंडी एलायंस के एक बड़े नेता ने महत्वपूर्ण बयान दिया है. तीन दिन हो गये. जो लोग राजनीतिक परिस्थितियों के जानकार हैं. उनकी नजर उधर गयी लगती नहीं है. मेरे हिसाब से उनका यह बयान बहुत ही सोचा-समझा बयान है. बहुत ही निराशा के बाद पैदा हुआ बयान है.
Also Read: PM Modi Chatra Rally: पीएम मोदी बोले, चतरा से कालीचरण सिंह व हजारीबाग से मनीष जायसवाल को विजयी बनाएं
क्षेत्रीय पार्टियों का अस्तित्व समाप्त कर देना चाहते हैं
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि चुनाव के बाद इंडी एलायंस के साथ जुड़ी क्षेत्रीय पार्टियों, छोटे राजनीतिक दलों का कांग्रेस में विलय कर देना चाहिए. यह कांग्रेस के नेता का नहीं, बल्कि एक छोटी पार्टी के बड़े नेता का बयान है. उन्होंने कहा है कि झामुमो जैसे छोटे दलों का विलय कांग्रेस में कर देना चाहिए. उन्होंने ऐसा सुझाव क्यों दिया? उनके मन में इतनी हताशा और निराशा घर कर गयी है कि चार जून के बाद अपनी पार्टी का अस्तित्व मिटा कर कुछ दिन गुजारा करने की सोच रहे हैं. वह क्षेत्रीय पार्टियों का अस्तित्व समाप्त कर देना चाहते हैं.
पूरे समूह को विपक्ष के रूप में मिल जाए मान्यता
पिछले तीन चरणों के मतदान के रूझान के बाद मुझे समय में आया कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा? उनके मन में पक्का हो गया है कि कांग्रेस और उनके साथी सब मिला कर भी विपक्ष के लिए 10 प्रतिशत यानी 50 से थोड़ी ऊपर सीटें भी नहीं आयेगी. अगर कांग्रेस में विलय कर देंगे, तो पूरे समूह को विपक्ष के रूप में मान्यता मिल जाये. देश की जनता ने तिकड़म लगाने वालों को तीन चरणों में ही ऐसा सबक सिखा दिया है कि वो विलय करके विपक्ष के लिए जगह खोज रहे हैं. देशवासियों को एडवांस में बधाई देता हूं.
लोकसभा ही नहीं, विधानसभा में भी एनडीए की सरकार बनेगी
पीएम मोदी ने कहा कि मैं ओडिशा से आ रहा हूं. उसके पहले तेलंगाना में था. आंध्र भी जाकर आया हूं. मैं जिम्मेवारी के साथ कहता हूं कि इस चुनाव के साथ-साथ जहां-जहां विधानसभा चुनाव भी साथ चल रहे हैं, विधानसभा में भी भारी बहुमत से एनडीए की सरकारें बनेगी. शहजादे को, उनकी पार्टी को उनकी उम्र से भी कम सीटें मिलने वाली हैं. पूरे देश में कोने-कोने से आवाज आ रही है फिर एक बार मोदी सरकार. 2024 का लोकसभा चुनाव केवल सरकार बनाने का चुनाव नहीं है. यह चुनाव देश बनाने का है. यह चुनाव आपके बच्चों का भविष्य सुनिश्चित करने का है. कौन लोग हैं जिससे देश को बचाना जरूरी है.
वे भ्रष्टाचारियों पर करेंगे कार्रवाई
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस पर कोई दाग नहीं लगा है, वो आपका बेटा मोदी ही इन भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई कर सकता है. झामुमो और कांग्रेस का एक ही एजेंडा है. न काम करेंगे ना करने देंगे और बिना बिना दाम काम का नाम नहीं. यह इनका खेल है. खुद तो भ्रष्टाचार के अलावा कुछ करते नहीं हैं. मोदी जो काम करता है, उसे भी रोकने में लगे रहते हैं. मोदी देश में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहा है. ये चाहते हैं कि मोदी का भेजा राशन गरीबों को मिले ही नहीं. जब गरीब मोदी को आर्शीवाद देता है, तो उनको चिढ़ होती है. हर घर जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन शुरू हुआ है, लेकिन झारखंड सरकार उसमें भी गड़बड़ कर रही है. पाइप डाल दिये गये, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं की गयी है.
भ्रष्टाचार में आंकठ डूबी है इंडी गठबंधन की सरकार
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार झारखंड के युवाओं के लिए नये अवसर बनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है. आदिवासी इलाकों में एकलव्य स्कूल खोल रही है. सिमरिया में केंद्रीय विश्वविद्यालय भी खोल रहे हैं. अच्छी सड़कें बनें. उद्योग लगे. हजारीबाग से रांची व कोडरमा हाइवे बने. ओरमांझी-जैना मोड़ एक्सप्रेस वे जैसी आधुनिक सड़कों का नेटवर्वक सरकार बिना रही है. टोरी-शिवपुर रेलवे लाइन माइल ढलाई के लिए शुरू की गयी है. एनटीपीसी का प्लांट की नींव भी अटल जी ने रखी है, लेकिन भ्रष्टाचार में आंकठ डूबी इंडी गठबंधन सरकार विकास कायों में रोड़ा अटका रही है. झारखंड का विकास होगा, तो उनका क्या नुकसान होगा. क्यों यहां के नौजवानों के लिए रोजगार के मौके बंद कर रहे हैं? इंडी गठबंधन को रोजीरोटी की चिंता नहीं. वे लूट के लिए सत्ता के गलियारों में जीना चाहते हैं. अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं.
कांग्रेस व झामुमो को आदिवासी हित बर्दाश्त नहीं
कांग्रेस-झामुमो को डर है कि दलित, पिछड़ा, आदिवासी के बच्चे आगे बढ़ेंगे, तो उनकी दुकान का क्या होगा? एक तरफ मोदी है जो स्थानीय भाषाओं में डॉक्टरी, इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करा रहा है. चाहता हूं कि आदिवासी भाइयों के बच्चे भी डॉक्टर व इंजीनियर बनें, लेकिन कांग्रेस-झामुमो को आपके बच्चों की परवाह नहीं है. चुनाव के पहले झामुमो ने पांच लाख नौकरी देने का वादा किया था. दी क्या? उन्होंने झारखंड में केवल एक ही उद्योग लगाया है. अफीम उद्योग. अफीम किसका भला करेगा? यह आपकी आने वाली पीढ़ियों को बर्बाद करेगा. अफीम का काला करोबार सरकार के संरक्षण में चल रहा है. कांग्रेस और उसके साथियों को आपकी जरा भी परवाह नहीं है. 500 वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बना. अनके पीढ़ियों के बलिदान के बाद बना. कौन हिंदुस्तानी होगा, जिसे आनंद नहीं होगा. जब अयोध्या से 14 साल के बनवास के लिए राजकुमार राम प्रस्थान किया था. जब गये तो राजकुमार थे. जब वापस आये तो मर्यादा पुरुषोत्तम बन गये थे. उन्होंने 14 साल आदिवासियों के बीच बिताया. आदिवासियों ने अयोध्या के राजकुमार को प्रभु राम बना दिया. मर्यादा पुरुषोत्तम राम बना दिया. इसलिए हम राम के साथ आदिवासियों की भी पूजा करते हैं, लेकिन कांग्रेस-झामुमो और उनके सहयोगियों को आदिवासियों का हित, उनक गौरव बर्दाश्त नहीं होता.