प्रतिनिधि, चतरा ईसाई समुदाय ने शुक्रवार को श्रद्धा और भक्ति भाव से गुड फ्राइडे मनाया. शहर से सटे बभने स्थित संत तेरेसा चर्च में प्रभु यीशु मसीह के दुख, बलिदान और क्रूस पर दी गयी मृत्यु का स्मरण करते हुए विशेष आराधना का आयोजन किया गया. इस अवसर पर चर्च में भारी संख्या में ईसाई धर्मावलंबी एकत्र हुए. कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु यीशु के जीवन और उनके बलिदान की कथा से हुई, जिसे फादर नाबोर कुजूर ने विस्तार से प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु मसीह समस्त मानव जाति को पापों से मुक्ति दिलाने के लिए इस संसार में आये थे. उन्होंने अपने कष्टों और बलिदान के माध्यम से लोगों को प्रेम, क्षमा और करुणा का मार्ग दिखाया. फादर नाबोर ने कहा, प्रभु यीशु ने अपने सताने वालों को भी क्षमा कर यह संदेश दिया कि प्रेम ही सच्चा मार्ग है. उन्होंने क्रूस को ही मुक्ति का माध्यम बना दिया. आज के समय में हमें भी उनके बताये मार्ग पर चलने की आवश्यकता है. इसके बाद सभी श्रद्धालु क्रूस यात्रा में शामिल हुए, जिसमें प्रभु यीशु के क्रूस उठाने से लेकर उनके सूली पर चढ़ने तक की घटनाओं का प्रतीकात्मक चित्रण किया गया. इस यात्रा में श्रद्धालुओं ने आत्मचिंतन करते हुए प्रभु के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की. कार्यक्रम में फादर तिलेसफोर बाड़ा, अभिषेक बेग, संदीप रौशन लिंडा, चंद्रकांत लकड़ा, ग्रेगोरी लिंडा, संदीप टोप्पो सहित बड़ी संख्या में धर्मावलंबी मौजूद रहे. चर्च परिसर भक्ति और शांति के वातावरण से परिपूर्ण रहा.
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