चतरा, तसलीम: झारखंड के श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता के बेटे मुकेश कुमार भोक्ता की नियुक्ति चपरासी पद पर हुई है. चतरा सिविल कोर्ट में चपरासी पद पर उनकी बहाली हुई है, जबकि मंत्री का भतीजा रामदेव कुमार भोक्ता वेटिंग लिस्ट में है. मुकेश कुमार भोक्ता का चयन एसटी कोटा के तहत किया गया है. मंत्री के बेटे के चपरासी बनने की चर्चा जोरों पर हैं. चौक-चौराहों पर इसकी चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया में भी ये वायरल है. लोग इसे लेकर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं. इस पर चतरा सिविल कोर्ट में चपरासी पद पर चयनित मुकेश कुमार भोक्ता ने कहा कि सभी को अपना रोजगार चुनने की स्वतंत्रता है. पिता जी मंत्री हैं. जनता ने उन्हें प्रतिनिधि चुना है. उनका चयन चपरासी पद पर हुआ है. वे अपनी नौकरी करेंगे.
मंत्री के बेटे का चयन, भतीजा वेटिंग लिस्ट में
झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता के बेटे मुकेश कुमार भोक्ता के चपरासी बनने की चर्चा चतरा जिले में ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड में है. चतरा व्यवहार न्यायालय (सिविल कोर्ट) द्वारा जारी रिजल्ट में मुकेश भोक्ता का चयन एसटी कोटा में किया गया है, जबकि मंत्री के भतीजे रामदेव कुमार भोक्ता को वेटिंग लिस्ट में रखा गया है.
लोगों का ये है आरोप
लोगों का आरोप है कि झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर बेटे को चपरासी की नौकरी दिलायी है. चतरा व्यवहार न्यायालय द्वारा जारी रिजल्ट में मुकेश का नाम चपरासी पद में 13वें स्थान पर है. व्यवहार न्यायालय में विभिन्न पदों के लिए कुल 19 लोगों का चयन किया गया है. इसमें चपरासी पद 13, ट्रेजरी मैसेंजर पद एक, दफ्तरी पद एक, नाइट गार्ड तीन, ड्राइवर का एक पद शामिल है.
मैं चपरासी की नौकरी करूंगा
चतरा सिविल कोर्ट में चपरासी पद पर चयनित मुकेश कुमार भोक्ता ने कहा कि सभी को अपना रोजगार चुनने की स्वतंत्रता है. पिता जी मंत्री हैं. इसका यह अर्थ नहीं हैं कि मैं भी राजनीति करूं. जनता ने उन्हें प्रतिनिधि चुना है. तब वे मंत्री हैं. मेरा चयन चपरासी पद पर हुआ है. मैं नौकरी करूंगा.