पोकलेन से खोदे जा रहे हैं मनरेगा कुआं
पोकलेन से खोदे जा रहे हैं मनरेगा कुआं
मनरेगा से संचालित कार्यों का हाल बेहाल :मारा जा रहा है मजदूरों का हक मयूरहंड. प्रखंड में मनरेगा से संचालित कार्यों का हाल इन दिनों बेहाल है. मनरेगा के कार्यों में मजदूरों को रोजगार मुहैया नहीं कराया जा रहा है. मजदूरोंं का हक मारा जा रहा है. योजनाओं का काम मजदूरों से नहीं पोकलेन से कराया जा रहा है. इस कार्य में विभागीय पदाधिकारी के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि व कई दलालों की संलिप्तता बतायी जा रही है. करमा पंचायत में इन दिनों मनरेगा के तहत बिरसा संवर्धन सिंचाई कूप योजना का कार्य कराया जा रहा है. उक्त योजना में मजदूरों को काम नहीं दिया गया. करमा पंचायत के पपरो, सेवाल व लराही गांव में एक दर्जन से अधिक लाभुक पोकलेन से कुआं की खुदाई एक सप्ताह के अंदर करा चुके हैं. 12 फीट चौड़ा व 35 फीट गहरा आकर के कुआं की खुदाई पोकलेन से 22 से 25 फीट तक कर दी जा रही है. उक्त योजना वित्तीय वर्ष 2023-24 की बतायी जा रही है. एक कुआं की प्राक्कलित राशि चार लाख रुपये से अधिक है. दूसरी ओर हुसियां पंचायत के विभिन्न गांवों में आधा दर्जन मनरेगा कुआं की खुदाई पोकलेन से लाभुकों ने कर दी है. रोजगार सेवक सुनील दास ने कहा कि पंचायत में पोकलेन मशीन से कुआं खुदाई की जानकारी मिली है. मामला संज्ञान में है. जिन लाभुकों ने पोकलेन से कुआं की खुदाई करायी है, उस कुआं का भुगतान नहीं कराया जायेगा. मनरेगा जेई उमेश उरांव ने कहा कि जिस कुआं की खुदाई पोकलेन से हुई है, उस कुआं की मापी पुस्तिका (एमबी) नहीं करेंगे. भुगतान पर रोक लगायी जायेगी. योजना को डिलीट कर दिया जायेगा. करमा मुखिया रामनाथ यादव ने कहा कि मनरेगा कूप की खुदाई नहीं, बल्कि निजी कूप की खुदाई पोकलेन से की गयी है. बीडीओ मनीष कुमार ने कहा कि जांच के दौरान सबूत मिलने पर संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.